मध्य प्रदेश राज्य सरकार द्वारा बेटियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की गई है. इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य जनता में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच पैदा करना और लिंगानुपात में सुधार लाना है. अधिकांश परिवारों में जब बेटी का जन्म होता है तो परिवार को बेटी की शिक्षा और शादी की चिंता होने लगती है. इस कारण अधिकतर बेटियों का जन्म नहीं हो पाता. इस समस्या को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की गई थी.
जरूरी पात्रता
- मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ लेने के लिए बेटी के माता-पिता का मध्य प्रदेश का मूल निवासी होना अनिवार्य है.
- 1 जनवरी 2006 और उसके बाद जन्मी सभी बेटियां इस योजना का लाभ ले सकती हैं.
- बेटी का आंगनवाड़ी केंद्र में पंजीकरण होना जरूरी है.
- बेटी के माता-पिता नही देते हो.
- इस लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ आपको तभी मिलेगा जब आपके दो या दो से कम बच्चे होंगे.
- यदि पहली बेटी पैदा होती है तो बिना परिवार नियोजन के लाभ दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना के लाभ
- मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत सरकार हर बालिका के नाम पर 1,43,000 रुपए का प्रमाण पत्र जारी करती है.
- यह पूरी धनराशि मध्य-प्रदेश सरकार बेटी की पढ़ाई और शादी के समय ही जारी करती है.
- मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना के लिए आवेदन करने वाली लड़कियों को मध्य प्रदेश राज्य सरकार द्वारा ₹2000 की राशि दी जाती है यदि बेटी को कक्षा में दाखिला मिलता है.
- जब लड़की कक्षा नौ में प्रवेश लेती है तो ₹4000 की छात्रवृत्ति बेटी के बैंक खाते में भेज दी जाती है.
- कक्षा 11वीं और 12वीं में प्रत्येक छात्रा को छात्रवृत्ति के रूप में 6,000 रुपये की धनराशि उसके बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है.
- जब लड़की 12वीं कक्षा पास कर लेती है तो कॉलेज में प्रवेश लेने के बाद पहले वर्ष में सरकार द्वारा छात्रवृत्ति राशि दी जाती है और दूसरे वर्ष में लड़की के बैंक खाते में ₹25000 की राशि ट्रांसफर की जाती है.
- जब बेटी ग्रेजुएशन में एडमिशन ले लेती है तो बेटी उच्च शिक्षा के लिए सरकार द्वारा निःशुल्क पढ़ाई कर सकती है.
बेटी के 21 वर्ष की हो जाने पर सरकार द्वारा ₹100000 का अंतिम भुगतान किया जाता है.
लाडली लक्ष्मी योजना में शर्तें
- लड़की का कम से कम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है.
- बेटी के 21 वर्ष की होने पर ही ₹100000 की राशि दी जाएगी.
- लड़की की शादी सरकार द्वारा निर्धारित उम्र में ही की जानी चाहिए.
मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश की 47 लाख से अधिक बालिकाओं ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से 14 लाख से अधिक बालिकाओं को इस योजना के अंतर्गत 388 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति राशि हस्तांतरित की जा चुकी है.