नई दिल्ली PAN Card New Update: मौजूदा समय में पैन कार्ड और आधार कार्ड काफी उपयोगी हो गया है। पैन कार्ड एक जरूरी दस्तावेजों में से एक है। इसका उपयोग फाइनेंशियल कामों के लिए किया जाता है। जरुरी दस्तावेज होने की वजह से इसकी गोपनीयता भी रखनी जरुरी है।
काफी बार लोग पैन कार्ड का काफी ध्यान रखते हैं। पैन कार्ड काफी जरुरी दस्तावेज के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आपको अपने पैन कार्ड का स्पेशली रूप से ध्यान रखना जरुरी है।
इनकम टैक्स विभाग अपने सभी पैन कार्ड धारक को ये सलाह देता रहता है कि वह अपने पैन कार्ड की हिस्ट्री के बारे में चेक कर सकते हैं। इससे उनको ये पता चलता रहता है कि उनके पैन कार्ड का इस्तेमाल किन जगहों पर किया गया है। यदि कोई शख्स अपने पैन कार्ड की हिस्ट्री को चेक करने की सोचते हैं तो हम उसे इसका आसान प्रोसेस बता रहे हैं।
ऑनलाइन ऐसे चेक करें स्टेट्स
- पैन कार्ड के पुराने ट्रांजेक्शन को आप ऑनलाइन प्रोसेस को चेक कर सकते हैं।
- इसके लिए सबसे पहले https://www.cibil.com/ की वेबसाइट पर विजिट करें।
- इसके बाद गेट सिबिल स्कोर पर क्लिक करना है।
- आगे सिबिल स्कोर को चेक करने से पहले आपको यहां पर सब्सक्रिप्शन प्लान को चुनकर भुगतान करना होगा।
- आगे आपको अपना मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी जैसी सारी डिटेल्स को फिल करना होगा।
- अब लॉगिन आईडी और पासवर्ड को जनरेट करके इनकम टैक्स आईडी का चुनाव करना होगा।
- आगे अपने पैन नंबर डालें और वैरिफाई योर आईडेंटिटी के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपको कुछ सवालों के जावब देना है और इसके बाद आपको ये पता लगेगा कि आपका सिबिल कैसे है।
- इसके साथ में आपको पैन कार्ड हिस्ट्री में ये दिखेगा कि आपने पैन कार्ड का इस्तेमाल करके कुल कितना लोन लिया है।
- अगर कोई ऐसा लोन है जो कि आपने नहीं लिया है वह आप पैन कार्ड की हिस्ट्री से ट्रैक कर सकते हैं।
पैन कार्ड के गलत इस्तेमाल पर करें शिकायत
अगर आप अपने पैन कार्ड की हिस्ट्री को चेक करने पर आपको किसी भी तरह का गलत ट्रांजैक्शन दिखता है जो कि आपने नहीं किया है तो इसकी शिकायत फौरन इनकम टैक्स विभाग में कर सकते हैं।
अपनी शिकायत दर्ज करवाने के लिए आप इसकी ऑफिशियल वेबसाइट https://incometax.intelenetglobal.com/pan/pan.asp पर क्लिक करें। यहां पर आपनी सारी डिटेल्स फिल करें।
इसके बाद अपनी शिकायत दर्ज करें। इसके बाद इसकी सारी जानकारी सबमिट करें। इसके बाद आपकी शिकायत दर्ज कर लें। इसके बाद शिकायत दर्ज करें और इस पर कार्रवाई भी करें।