नई दिल्ली NPS: वर्तमान में जहां किसी के आने वाले कल को वित्तीय रूप से सेफ रखना सबसे अहम होता है इसमें एनपीएस का रोल सबसे अहम है। एनपीएस काफी लोगों के लिए व्यवहार्य ऑप्शन के रूप में सामने आता है। पर्याप्त मासिक पेंशन देने की अपनी क्षमता के साथ में इसमें कोई भी आश्चर्य की बात नहीं है कि शख्स ये समझने का इच्छुक हैं कि उनका योगदान आने वाले लाभों में कैसे बदला जा सकता है।
स्पेशल रूप से एनपीएस में 10 हजार रुपये का मासिक योगदान संभावित रूप से 1.53 लाख रुपये तक की मंथली पेंशन प्राप्त कर सकता है। ये आंकड़ा भविष्य के रिटायर्ड लोगों को ध्यान में रखकर आकर्षिक करता है।
एनपीएस में योगदान और लाभों को समझें
एनपीएस एक सरकार समर्थिक रिटायर्ट सेविंग स्कीम है। जो कि 60 साल की आयु तक योगदान करने की परमीशन देती है। इसे 70 साल की आयु तक बढ़ाने के ऑप्शन के साथ में है। एनपीएस की एक और खास विशेषता हैं जो कि पेंशन इनकम और एकमुश्त लाभ देती है।
रिटायरमेंट 26 साल के शख्स के लिए मंथली 10 हजार रुपये का कंट्रीब्यूशन 34 सालों में कुल योगदान करीब 40.8 लाख रुपये का है। वहीं 10 फीसदी का सालाना रिटर्न मानते हुए 60 साल की आयु में कुल रकम करीब 3.07 करोड़ रुपये तक का है।
मंथली पेंशन और एकमुश्त निकासी का कैलकुलेशन
रिटायरमेंट पर एनपीएस अनिवार्य करता है कि कुल रकम का कम से कम 40 फीसदी सालाना कंट्रीब्यूशन खरीदने के लिए इस्तेमाल किए जाए, जो कि मंथली पेंशन करने के लिए जिम्मेवार है। कुछ नियमों के आधार पर ये करीब 1.23 करोड रुपये की सालाना खरीद होगी।
करीब 6 फीसदी की सालाना दरों को देखते हुए इससे करीब 1.53 लाख रुपये की मासिक पेंशन का ऑप्शन मिल सकता है। इसके अलावा रिटायरमेंट में एकमुश्त रकम के रूप में 60 फीसदी तक टैक्स निकालने का हकदार है, जो कि इस उदाहरण में करीब 1.84 करोड़ रुपये का है।