नई दिल्ली Inflation Update: देश में लगातार बढ़ रही सब्जियों की कीमतों से लोग परेशान हैं। इसके लिए आरबीआई के गवर्नर ने खाने पीने की चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी को काबू पाने के लिए एक जोखिम उठाया है। साथ में ये भी कहा कि ऐसे झटकों में कमी को सुधारने के लिए काफी सारे प्रयासों को करना होगा। सब्जियों की कीमतों में इजाफे का झटका कुछ ही समय के लिए है और मॉनीटरी पॉलिसी मौजूदा झटकों के शुरुआती प्रभालों को कम करने के लिए काफी इंतजार कर सकती है। ऐसे में ये उम्मीद की जा रही है कि सब्जियों की कीमत में काफी गिरावट दर्ज की जा सकती है। टमाटर की कीमत में इजाफे से महंगाई 7.44 फीसदी हो गई थी जो कि इसका 15 महीने के अधिकतम स्तर पर है।
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इस हफ्ते बुधवार को आरबीआई के गवर्नर ने कहा कि खाने पीने की चीजों में बार-बार बढ़ोतरी ने से महंगाई को नियंत्रित करने में काफी कठिनाई हो रही है। खाने पीने की चीजों की कीमतों में इजाफा सितंबर 2022 से ही हो रहा है। इसके साथ ही ये भी कहा कि इससे जुडडें सभी हस्तक्षेप को भी इस प्रकार के झटकों की गंभीरता एवं समय कम करने के लिए जरुरी बताया है। इसके बाद कहा कि RBI महंगाई को 4 फीसदी पर रखने के लिए प्रतिबद्ध है और ऊंची ब्याज दरों के काफी समय तक रहने वाली हैं। महंगाई में काबू पाने के लिए बीते साल मई से रेपो रेट में 2.5 फीसदी का इजाफा किया गया है।
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महंगाई से मिलेगी बड़ी राहत
गवर्नर ने कहा कि इस जुलाई में महंगाई हमारे अनुमानों से भी कही ज्यादा नहीं है। सब्जियों की कीमत में 37.3 फीसदी की तेजी आई है। इसमें सबसे अधिक 201.5 फीसदी बढ़ोतरी टमाटर की है। इस कारण से जून में खाने-पीने की चीजों की महंगाई 4.7 फीसदी थी। जो कि इस जुलाई में 10.6 फीसगी पर आ गई है। RBI के गवर्नर ने कहा कि सरकार ने सही समय पर हस्तक्षेप नहीं किया है। अगस्त महीने में टमाटर की कीमत में काफी गिरावट आई है। इससे आने वाले दिनों में बढ़ रही महंगाई से राहत मिलेगी। गवर्नर ने आगे कहा कि उनकी नजर महंगाई पर ही है बहुत ही जल्द इस पर कठोर कदम उठाएं जाएंगे।