नई दिल्ली Electricity Consumers News: अगर आप उत्तर प्रदेश के निवासी हैं तो ये खबर आपके लिए खास हो सकती है। दरअसल यूपी सरकार ने सेल्फ बिल जनरेशन का ये प्रोसेस को शुरु कर ,मय से बिल न मिलने, गलत रीडिंग और गलत बिलिंग जैसी समस्याओं का समाधान करेगा। इस रविवार को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने डजल निगम के फील्ड हॉस्टर में ट्रक्ट बिलिंग की शुरुआत के साथ ग्राहकों के लिए एक ऐप को भी लॉन्च किया है।
वहीं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने जानकारी देकर कहा है कि 3.28 करोड़ बिजली ग्राहकों को सहज और सरल ढंग से सुविधाएं दी जाने की कड़ी में ट्रस्ट बिलिंग की व्यवस्था की शुरुआत की जा रही है।
इस प्रोसेस को अपनाकर उपभोक्ताओं को घर बैठे अपना खुद का बिल बना सकते हैं। उन्होंने ये भी बताया है कि ट्र्स्ट बिलिंग की सुविधा घरेलू और कमर्शियल सीरीज के नौ किलोवाट वाले भार तक के उपभोक्ताओं को मिलेगी।
शर्मा ने ये स्पष्ट भी किया है कि डिपार्टमेंटल वेबसाइट या फिर ग्राहक ऐप पर महीने में सिर्फ एक बार ही मीटर रीडिंग दर्ज की जा सकेगी। उन्होंने अधिकारियों को ये निर्देश दिए हैं कि डिपार्टमेंट उपभोक्ताओं को पेश की जा रही इस सुविधा का प्रसार किया करें। इस मौके पर UPPCL के अध्यक्ष डॉ आशीष कुमार गोयल भी उपस्थित थे।
कैसे मिलेगा सुविधा का लाभ
बिजली उपभोक्ताओं को घर बैठे इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए UPPCL की वेबसाइट www.upenergy.in पर लॉगिन करना होगा। इसके बाद वेबसाइट के ग्राहकों के कॉर्नर में जाकर सेल्फ बिल जनरेशन लॉगिन कर रजिस्टर्ड करना होगा।
यहां पर अपने बिजली कनेक्शन के खाता संबंधी डेटा को दर्ज कर इस समय मीटर रीडिंग के साथ में बीते महीने की मांग रीडिंग को भी दर्ज करना होगा। ऑप्शन के रूप में इसको आप कंज्यूमर ऐप को एपल ऐफ स्टोर और गूगल स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। किसी भी ऑप्शन के प्रोसेस को पूरा करने के लिए 24 से 48 घंटे का बिल जारी हो जाएगा।
ग्राहकों के रजिस्टर्ड ई-मेल या फिर उनके मोबाइल नंबर पर मैसेज के माध्यम से बिल की पूरी जानकारी मिल जाएगी। इसके अलावा यूपी पावर कारपोरेशन की वेबसाइट या फिर ऐप पर लॉगिन कर बिल डाउनलोड भी किया जा सकेगा।
उपभोक्ताओं के द्वारा मीटर की रीडिंग देने के 48 घंटे के बाद जारी न होने पर उपभोक्ता संबंधी एसडीओ से कॉन्टेक्ट कर सकते हैं। UPPCL की हेल्पलाइन नंबर 1912 पर भी इसकी कंप्लेन कर सकते हैं।
गलत रीडिंग पर डेढ़ गुना होगी वसूली
ट्रस विजिंग की असलियत की जांच करने के लिए डिपार्टमेंच के द्वारा कभी-कभी ग्राहकों के पास जाकर सही रीडिंग की जांच की जाएगी। ऐसे में उपभोक्ता के द्वारा पोर्टल पर खुद दर्ज कराई गई मीटर रीडिंग और असल मीटर रीडिंग में गैप पाएं जाने पर बिल का डेढ़ गुना एक्स्ट्रा एनर्जी चार्ज वसूला जाएगा।