नई दिल्लीः सरकार की तरफ से पीएम उज्जवला योजना के तहत सस्ते में गैस सिलेंडर सिलेंडर का वितरण किया जा रहा है, जिसका लोग बड़े स्तर तक फायदा उठा रहे हैं। देश की एक बड़ी आबादी एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर रही है। अगर आप राजस्थान के निवासी हैं और एलपीजी सिलेंडर का फायदा प्राप्त करना चाहते हैं तो जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा।
सभी श्रेणी के गैस सिलेंडर खाताधारकों को अब ई-केवाईसी का काम करवाना जरूरी कर दिया है। इसके लिए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने आदेश भी जारी कर दिया है। इसकी अंतिम तारीख तय नहीं की गई है। उम्मीद है कि कुछ दिन में इसकी आखिरी तारीख भी निर्धारित की जा सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप समय रहते यह काम करवा लें, जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
जल्द करवाएं जरूरी काम
गैस एजेंसी संचालकों को अपने-अपने एलपीजी सिलेंडर कनेक्शनधारकों की शीघ्र ई-केवाईसी करवाने के दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। पहले उज्जवल और बीपीएल कार्डधारकों के लिए ई-केवाईसी करवाना जरूरी था। अब केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने गैस कंपनियों को देशभर में गैस एजेंसी संचालकों को ई-केवाईसी करवाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
इतना ही नहीं अगर आप ई-केवाईसी काम नहीं करवाने पर इसकी रीफिलिंग रोकने का काम किया जाएगा। फिलहाल इसके लिए ग्राहकों को जागरूक करने के लिए कहा गया है। इस संबंध में अब उपभोक्ताओं को एमएमएस से अलर्ट के मैसेज भेजे जा रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि आप ई-केवाईसी का काम करवा लें जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
इन ग्रहकों को होगा नुकसान
ते कंपनियों की मानें तो लम्बे समय से सर्वे नहीं होने से कई उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई मृतकों के नाम भी सूची से नहीं हटाने का फैसला लिया गया है। कंपनियों का मुख्य मकसद बोगस उपभोक्ताओं को सूची से हटाना समझा जा रहा है।
इसमें पांच से फीसदी ग्राहकों पर गाज गिर सकती है। इससे घरेलू और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को चिह्नित करने का काम किया जा सके। इसके साथ ही जिन लोगों की मृत्यु हो गई है, उनके नाम काटकर उनके उत्तराधिकारी के नाम पर कनेक्शन वितरण करने का काम किया जाएगा। केवाईसी के लिए संबंधित कनेक्शन धारक को गैस एजेंसी पर पहुंचना होगा। आधार कार्ड के साथ बॉयो मैट्रिक आंखों और अंगूठे को स्कैन किया जाएगा।