नई दिल्ली LPG Gas Cylinder e-KYC: सरकार की तरफ से एलपीजी गैस उपभोक्ताओं के लिए ईकेवाईसी जरुरी कर दिया गया है। तेल कंपनियों के द्वारा इसकी आखिरी तारीख 31 दिसंबर तय की है। लेकिन अभी तक राजस्थान के जोधघपुर में सिर्फ 10 से 15 फीसदी ही लोगों ने ई-केवाईसी कराई है।
यहां पर हर रोज 100 से 150 लोग ईकेवाईसी करा रहे हैं। जबकि एक एजेंसी के पास तकरीबन 20 हजार कनेक्शन हैं। जानकारी के मुताबिक दी गई डेडलाइन के आधार पर ईकेवाईसी करानी जरा कठिन हो जाएगी। 31 दिसंबर के बाद भी किसी उपभोक्ता की सब्सिडी नहीं रूकेगी।
सर्वर की वजह से फिंगर व फेस मेंचिंग कठिन
गैस एजेंसी के कार्यालयों में इन दिनों उपभोक्ताओं की ई-केवाई की लिए भीड़ आ रही है। उपभोक्ताओं को आधार कार्ड और गैस कनेक्शन कार्ड के साथ में ले जाना होगा। वहां पर बायोमेट्रिक आधार पर उनकी केवाईसी की जा रही है।
तेल कंपनियों का सर्वर बार-बार रुकने से उपभोक्ताओं की फिंगर और फेस अथेंटिकेंशन में परेशानी आ रही है। इसके गैसे एजेंसी संचालक और उपभोक्ताओं को परेशानी होगी।
उज्जवला स्कीम को मिली प्राथमिकता
गैस एजेंसी के संचालक पीएम उज्जवला स्कीम के उपभोक्ताओं को प्रायोरिटी दे रहे हैं क्यों कि उनको गैस सिलेंडर 500 रुपये में पेश कराया जा रहा है।
कोई भी फर्दी तरीके से सब्सिडी तो नहीं ली जा रही है। ऐसे में तेल कंपनियों की प्राथमिकता भी यही है कि गैस एजेंसी में भी उज्जवला स्कीम के उपभोक्ताओं को प्रायोरिटी दी जा रही है।
क्यों जरुरी है ई-केवाईसी
साल 2022 के बाद से जारी गैस कनेक्शन का आधार प्रमाणीकरण किया जाता है। इससे पहले एलपीजी गैस उपभोक्ताओं का आधार के अप्रूवल जरुरी नहीं था। काफी लोग दूसरे के नाम का गैस कनेक्शन इस्तेमाल कर रहे हैं कईयों के नाम दो तीन कनेक्शन हैं। ईकेवाईसी से इनका समाधान हो सकेगा।