नई दिल्ली IDBI Bank: आज दिन बैंकों की विफलता को देखते हुए आरबीआई के द्वारा नए-नए फैसले लिए जाते हैं। लेकिन इस बार केंद सरकार ने एक बैंक की रणनीतिक बिक्री करने का फैसला लिया है। दरअसल ये फैसला निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग की तरफ से लिए गया है। जिसमें RFP जारी करते हुए कहा कि एसेस एप्रेरेसर, 5 जनवरी तक अपनी बोली जमा कर सकते हैं।
दीपम ने IDBI बैंक के लिए एसेट एप्रेरसर की नियुक्ति की बोली प्रक्रिया बीते हफ्ते रद्द कर दी थी। बोलोदाताओं की ओर से एक्सपेक्टेड फीडबैक नहीं मिलने के चलते ऐसा किया गया है।
इसमें एक अधिकारी ने कहा था कि बाइडर से बेहतरी रुचि प्राप्त करने के कुछ बोली मॉडल का रिव्यू के बाद जल्द ही एक नया RFP आमंत्रित किया जाएगा। आवेदन करने वाले एसेट एप्रेरेसर को भारतीय दिवाली और शोधन अक्षमता बोर्ड, सेबी या फिर भारतीय चार्चर्ड अकाउंटेंट संस्थान के पास रजिस्टर्ट होना बेहद जरुरी है।
सरकार बेच रही इतनी हिस्सेदारी
वहीं बता दें सरकार LIC के साथ में मिलकर IDBI बैंक में करीब 61 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। इसके लिए जनवरी में काफी अभिरुच पत्र मिले थे। दीपम के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने बीते हफ्ते कहा था कि IDBI बैंक स्ट्रेटिजिक बिक्री का सौदा आगे बढ़ा रहा है। लेकिन ये चालू वित्त वर्ष में पूरा नहीं हो पाएगा।
शेयर में दिखी तेजी
IDBI बैंक के शेयर में आज तेजी देखने को मिली है। बैंक के स्टॉक में आज काफी बढ़त के साथ में बंद हुआ है। अभी IDBI बैंक का शेयर 61.95 रुपये पर क्लोज हुआ है। बीते 5 दिनों से बैंक के शेयरों में तेजी जारी है। ये तकरीबन 3 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुका है। बीते 6 महीनों में IDBI बैंक के शेयर में 12 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया है। बीते साल के मुकाबले ये 15 फीसदी बढ़ चुका है।