नई दिल्ली: Bharat 6G Alliance: भारत में 5G लॉन्च हुए कुछ समय बीत चुका है लेकिन अब भी कई यूजर्स पूरी तरह से 5G नेटवर्क पर शिफ्ट नहीं हो पाए हैं। इस बीच 6G सर्विस को लेकर भी मार्केट में हलचल शुरू हो चुकी हैं। जहां एक तरफ लोग 5G को पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं कर पा रहे है इस बीच 6G को लेकर कई तरह अफवाहें सुनने को मिल रही है जिस वजह से लोगों में एक अलग ही क्रेज देखने को मिल रहा है। आपको बता दें कि केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने 6G लॉन्च करने को लेकर एक नए अलायंस की अनाउंसमेंट की है।
वहीं डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकम्यूनिकेशन्स (DoT) ने Bharat 6G अलायंस की घोषणा की है जिसमें नई वायरलेस टेक्नोलॉजी के इनोवेशन पर काम किया जा रहा है। Bharat 6G अलायंस एक ऐसा सहयोगी प्लेटफॉर्म है जिसमें पब्लिक और प्राइवेट कंपनियां, एकेडमिक, रिसर्च इंस्टीट्यूट और स्टैंडर्ड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन भी शामिल किए गए हैं। इसकी वेबसाइट को भी लॉन्च कर दिया गया है।
वहीं सरकार के मुताबिक, Bharat 6G Alliance का मुख्य उद्देश्य तकनीक आवश्यकताओं से हटकर 6G की बिजनेस और सोशल जरूरतों को समझना और उन्हें बढ़ावा देना है। भारत 6G एलायंस का लक्ष्य भारतीय स्टार्टअप, कंपनियों और मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम को एक साथ लाकर कंसोर्टिया को स्थापित करना है जो भारत में 6G तकनीक के डिजाइन, डेवलपमेंट और डिप्लॉयमेंट पर काम करता है।
6G क्या होगा भविष्य में
6G यूजर्स को बेहतर रिलयबिलिटी, अल्ट्रा-लो लेंटसी और किफायती सुविधाएं दी जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही यह कहा जा रहा है कि 6G में 5G के मुकाबले 100 गुना स्पीड होगी। उम्मीद लगाई जा रही है कि 6G के आने के बाद गांव जैसे इलाकों में 1,50,000 ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगाए जा सकते हैं क्योंकि सरकार चाहती है कि 6G के जरिए वह ग्रामीण इलाको में किफायती और भरोसेमंद इंटरनेट सर्विस को उपलब्ध कर सकें इससे एजुकेशन, ई-कॉमर्स समेत कई क्षेत्रों में विकास देखने को मिल सकता है।