नई दिल्ली LIC Policy: देश की सबसे ज्यादा पॉलिसी एलआईसी की हैं। एलआईसी ने अपने करोड़ों ग्राहकों को इंश्योरेंस के साथ में निवेश का लाभ दे रही है। पॉलिसी का लाभ देने के लिए खास पॉलिसी पेश की जा रही है। इसके तहत ग्राहकों को बीमा कवर के साथ में प्रीमियम की राशि मैच्योरिटी के साथ में अच्छा खासे फायदे के साथ में वापस मिलती है।
LIC ने इस प्लान को SIIP रखा है। एलआईसी का एसआईआईपी एक यूनिट लिंक्ड नॉन पार्टिसिपेटिंग रेगुलर प्रीमियम व्यक्तिगत लाइफ इंश्योरेंस है। यदि आप ये पॉलिसी खरीदते हैें तो आपको इंश्योरेंस कवर के साथ में ही निवेश की भी सेफ्टी मिलती है। आप इस पॉलिसी को ऑफलाइन और ऑनलाइन माध्यम दोनों से खरीद सकते हैं।
Maruti Suzuki Swift 2024: Booking, features, launch date and price
2024 Bajaj Pulsar 125: Powerful bike with powerful updates!
जानिए क्या है मैच्योरिटी और योग्यता
एलआईसी के इस एसआईआईपी प्लान के लिए मिनिमम आयु की सीमा 90 दिन और मैक्जिमम 65 साल की है। पॉलिसी की मिनिमम मैच्योरिटी 18 साल की है। जबकि मैक्जिमम लिमिट 85 साल की है। एलआईआईसी एसआईआईपी पॉलिसी में 10 साल से लेकर 25 सालों तक प्रीमियम भरने का ऑप्शन चुना जा सकता है।
प्रीमियम भरने की सीमा
LIC SIIP में मिनिमम और मैक्जिमम प्रीमियम भरने की कोई सीमा नहीं है। इसमें आपको जितना चाहें उतना निवेश करने का ऑप्श मिलात है। मिनिमम सालाना 40 हजार रुपये,छमाही 22 हजार, तिमाह 12 हजार रुपये और मासिक 4 हजार रुपये जरुर होने चाहिए।
कैसे मिलेंगे इस प्लान के फायदे
LIC के द्वारा दी जाने वाली जानकारी के मुताबिक यदि 30 साल का एक साधारण शख्स 25 सालों की अवधि के लिए पॉलिसी लेता है और हर तिमाही 30 हजार रुपये का प्रीमियम जना करना है तो वह शख्स 12 लाख रुपये का सम एश्योर्ड लेता है। LIC ने इस पॉलिसी पर मिलने वाले रिटर्न को एक चार्ज के द्वारा 4 फीसदी और 8 फीसदी के रिटर्न के हिसाब से समझाया है।
यदि निवेशक को 4 फीसदी के हिसाब से रिटर्न प्राप्त होता है तो इंश्योरेंस कवर पूरा होने पर 40 लाख रुपये मिलते हैं तो इस दौरान निवेश 25 लाख रुपये जमा कर चुका होता है। 8 फीसदी का रिटर्न के हिसाब से मैच्योरिटी पर 70 लाख रुपये प्राप्त होते हैं। इसमें उनको 30 लाख रुपये से निवेश करने होंगे। इस दौरान बीमा कवर का लाभ मिलता रहेगा।
20 सालों के इस प्लान के तहत आप 24 लाख रुपये जमा करेंगे। 4 फीसदी के रिटर्न के हिसाब से आपको 29 लाख 80 हजार 302 रुपये वापस मिलेंगे। 8 फीसदी के रिटर्न के हिसाब से 45 लाख 65 हजार 888 रुपये वापस मिलेंगे।