Vastu Tips : वास्तु शास्त्र प्राचीन भारतीय शास्त्र है जिसमें घर, मंदिर, और अन्य जगहों की नींव और वास्तु नियमों का ख्याल रखा जाता है, ताकि वहाँ सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो और लोग वहाँ सुख, शांति, और समृद्धि का अनुभव कर सकें। दिशाओं का महत्व वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण है, और निम्नलिखित दिशाएं विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती हैं, आइये जानते है ऐसी दिशाओं के नाम :
उत्तर दिशा है सबसे अधिक शुभ:
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वास्तु शास्त्र में घर की उत्तर दिशा को सबसे शुभ माना जाता है और इसे देवी-देवताओं का वास माना जाता है। इस दिशा को आर्थिक और आध्यात्मिक धन, सुख, शांति, और समृद्धि के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इसलिए, घर की उत्तर दिशा में मंदिर या पूजा क्षेत्र बनना शुभ माना जाता है, इसमें भगवान की प्रतिमा को स्थापित किया जाता है। यह सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में मदद करता है और घर के वातावरण को पवित्र और शांतिपूर्ण बनाता है।
उत्तर दिशा में लक्ष्मी करती है निवास :
उत्तर दिशा को मां लक्ष्मी का वास माना जाता है, जिससे आर्थिक समृद्धि और धन का प्रवेश होता है। इसी कारण से लोग उत्तर दिशा में धन और संपत्ति की स्थानीय प्रतिमाएं भी स्थापित करते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा में धन की देवी मां लक्ष्मी के साथ-साथ कुबेर देवता का भी वास माना जाता है. इस दिशा में इन देवताओं की कृपा बनी रहती है, और इसलिए लोग इस दिशा में मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करके पूजा करने के माध्यम से उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस उपाय के द्वारा आप अपने जीवन में खूब पैसा और तरक्की प्राप्त कर सकते है यही नहीं अगर आपके उपर कर्ज है तो इस उपाय के द्वारा आप कर्जे से छुटकारा पा सकते है.
उत्तर दिशा में रखें यह पौधे :
मनी प्लांट या फिर किसी भी पवित्र पौधे को उत्तर दिशा में रखने की सलाह दी जाती है इसके द्वारा घर में कभी भी आर्थिक समस्याएँ नहीं आती है और घर में पॉजिटिव एनर्जी का भी संचार होता है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.