Vastu Tips : भारतीय संस्कृति के अनुसार वास्तु शास्त्र आपके जीवन में परेशानियों को दूर कर समाधान लाने का विज्ञान है यह घर की दिशाओं के आधार पर आपको उपाय सुझा कर समस्याओं के लिए सही सुझाव प्रदान करता है, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में सकारात्मक ऊर्जा का होना बहुत जरूरी होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार हर चीज की अपनी सही दिशा होती है. अगर आप वास्तु शास्त्र का पालन नहीं करते है तो इससे होने वाली गलतियां आपके उपर नकरात्मक प्रभाव डालती हैं. यही नहीं इससे आपके जीवन में आए-दिन कुछ न कुछ बुरा चलता रहता है. ऐसे में वास्तु के अनुसार हर क्रिया को करने के लिए दिशा बताई गयी है जो इस प्रकार है :
खाना खाते समय दिशा का रखे ध्यान:
भारतीय वास्तु शास्त्र में खाना खाने के समय भी दिशा का महत्व माना जाता है। यह एक प्राचीन प्रथा है और कई लोग इसे मानते हैं जब भी हम भोजन करते हैं, तो हमारा मुंह पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा में होना आवश्यक है. इस दिशा में भोजन करने से हमें पॉजिटिव ऊर्जा मिलती है, अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आपको शारीरिक या मानसिक परेशानी का सामना करना पड सकता है यही नहीं आपकी क्रोध की समस्या भी बढ़ जाती है.
फर्नीचर का स्थान है निश्चित :
वास्तु शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार हल्के वजन वाले फर्नीचर को उत्तर या पूर्व दिशा में रखें और भारी वजन वाले फर्नीचर को दक्षिण दिशा में रखना चाहिए. इससे घर में प्रेम भाव बना रहता है और यही नहीं घर में कभी भी पैसों की समस्या नहीं होती है और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है. और अगर आप ऐसा नहीं करते है तो घर में नकारात्मक उर्जा बनी रहती है और आए-दिन घर में झगड़े बने रहते है.इसके अलावा मंगलवार, शनिवार व अमावस्या को फर्नीचर व लकड़ी भूलकर भी नहीं खरीदनी चाहिए.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.