Vastu Tips: अगर आप अपनी सेहत को लेकर काफी परेशान रहते हैं तो इसका कारण वास्तु शास्त्र हो सकता हैं। वहीं वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर आपके शरीर के किसी भी हिस्से में अगर कोई तकलीफ हैं तो आप कुछ वास्तु उपाय से इन तकलीफों से छुटकारा पाया जा सकता है। अगर आप भी इन्हीं समस्यों से जूझ रहे हैं तो आइए, इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
अगर आपको दिमागी परेशानी है तो आप उत्तर पश्चिम (North west), अगर पेट संबंधी परेशानी है तो दक्षिण पश्चिम (south west), अगर पैरों में दिक्कत है तो पूर्व दिशा, अगर कान में परेशानी है तो उत्तर दिशा, अगर हाथों में दिक्कत है तो ईशान कोण (north east), अगर कमर में परेशानी है तो आपको दक्षिण पूर्व (south east), अगर आपको आंखें में प्रॉब्लम है तो दक्षिण और अगर मुख यानि चेहरे को निरोगी और तरोताजा रखना चाहते हैं तो पश्चिम दिशा के वास्तु को ठीक कीजिये। इन सबसे आपको काफी ज्यादा आराम मिल जाएगा।
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वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूर्व दिशा में सूर्य़ भगवान दर्शन देते हैं। मंदिर बनवाने के लिए भी घर की पूर्व या उत्तर दिशा को ही चुना जाता है क्योंकि ये दिशाएं शुभ मानी जाती हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की पूर्व दिशा में सीढ़ियों को कभी भी नहीं बनवाना चाहिए। ऐसा करने से घर की सुख-शांति पर उल्टा असर पड़ता हैं। साथ ही इसका असर घर के सदस्यों पर भी पड़ता है। इससे परिवार के लोगों को मिलने वाले शुभ अवसर धीरे-धीरे हाथों से निकलने लगते हैं। इसके अलावा पूर्व दिशा में सीढ़ियों का होना हृदय संबंधी समस्या को उत्पन्न बनती हैं।
वहीं वास्तु के अनुसार, इस वास्तु टेक्निक से आप घर के आग्नेय कोण (पूर्व और दक्षिण दिशा के मध्य स्थान ) में सीढ़ियां भी बनवा लेंगे और इससे आपको कोई भी परेशानी नहीं होने वाली है। वास्तु शास्त्र के अनुसार आप आग्नेय कोण की दक्षिण दिशा में सीढ़ियां बनवा सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि ये सीढ़ियां पूर्व दिशा की दीवार को टच न करें। इसके अलावा यदि आप अपने घर में घुमावदार सीढ़ियां बनवानी चाहिए।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.