Astro Tips: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का महत्व होता है और उनके गोचर, वक्री और मार्गी होने का जातकों के जीवन पर प्रभाव पड़ता है।शुक्र कर्क राशि में वक्री होने का समय 23 जुलाई को सुबह 6:01 बजकर मिनट पर है। वक्री होने का अर्थ होता है कि ग्रह की गति नकारात्मक दिशा में हो रही है और इस दौरान उसके प्रभाव ज्यादा महसूस हो सकते हैं।
शुक्र कर्क राशि में वक्री होने से शुक्र के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव पड़ता है, जो प्रेम, संबंध, सुंदरता, कला, धन, लक्ष्मी, आनंद आदि से संबंधित हो सकते हैं। इस समय कार्क राशि में वक्री शुक्र के प्रभाव से यह संभावित है कि कर्क राशि के जातकों के प्रेम और संबंधों पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है और कठिनाइयाँ उठ सकती हैं।
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शुक्र कर्क राशि में वक्री रहेगा 7 अगस्त तक, जिसका मतलब है कि इस अवधि में शुक्र उसी दिशा में गतिमान रहेगा। इस समय आपको अपने जीवन में संबंधित मुद्दों के साथ संवेदनशील होने की संभावना है और संबंधों में विचारशीलता और समझदारी की आवश्यकता हो सकती है।
शुक्र ग्रह धन, समृद्धि, यश, भौतिक सुख, आनंद, प्रेम और सौंदर्य का कारक ग्रह है। ज्योतिष में शुक्र की मजबूत स्थिति में होने पर व्यक्ति को इन सभी क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव दिखता है, जो उन्हें समृद्धि, सुख, प्रेम, सांस्कृतिक रूप से संतुष्टि और आनंद प्रदान करता है।
विपरीत, यदि शुक्र ग्रह कमजोर होता है या उनकी कुंडली में दोष होता है, तो व्यक्ति को इन सेक्टरों में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वे धन के मामले में संकटों और आर्थिक समस्याओं का सामना कर सकते हैं, समृद्धि और यश की प्राप्ति में परेशानियों का सामना कर सकते हैं, और प्रेम और संबंधों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
शुक्र कर्क राशि में वक्री होने के दौरान, यह कहा जाता है कि शुक्र के संबंधित क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। करियर में तरक्की, संबंधों में संतुष्टि, और व्यापारिक लाभ के अवसर संभव हैं। इस दौरान व्यापारियों को लाभ मिल सकता है और बिजनेस में मुनाफा हो सकता है।