कुंडली के दूसरे भाव में बैठे हों शुक्र, तो समाज में मिलेगी मान-प्रतिष्ठा

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Santy

कुंडली का आपके जीवन में खास महत्व होता है। धार्मिक और ज्योतिष दोनों ही दृष्टि से ग्रहों का अत्यंत महत्व बताया गया है।एेसे में विशेष रूप से आपको ध्यान देने की जरूरत होती है। कुंडली के दूसरे भाव में कई ग्रह बैठे होते हैं, जिसका आपके जीवन में गहरा प्रभाव पड़ता है। इसमें पॉजिटिव और निगेटिव दोनों शामिल हो सकता है। तो आइए इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताते हैं।

समाज में मिलती है सम्मान और प्रतिष्ठा
कहा जाता है कि कुंडली के दूसरे भाव में अगर शुक्र बैठा हो तो फिर आपको सोचने की जरूरत नहीं है।आमतौर पर शुक्र का इस भाव में होना अच्छा माना जाता है।इस दौरान व्यक्ति को समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा मिलती है। वहीं, अगर व्यक्ति बिजनेस करता है तो उस क्षेत्र में तरक्की मिलती है। दूसरे भाव में शुक्र होने से व्यक्ति को सुख और सुविधा दोनों की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति मेहनत करने से भी पीछे नहीं हटता हैं।

कुंडली में शुक्र कमजोर होने से नुकसान
जिस व्यक्ति की कुंडली के दूसरे भाव में शुक्र कमजोर होता है, उन्हें कई तरह की परेशानी घेर सकती है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दौरान व्यक्ति को अनेकों विपत्तियों का सामना करना पड़ता है। वहीं, उसे भौतिक सुख भी प्राप्त नहीं हो पाता। उसके घर मां लक्ष्मी का वास भी नहीं होता। उस व्यक्ति का धीरे-धीरे सांसरिक जीवन से मोह हटने लगता है। इतना ही नहीं, व्यक्ति को अकेलापन और तनाव महसूस होता है। छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ा जाता है। वैवाहिक जीवन में भी विवाद होने लगता है। विवाह के बाद संतान प्राप्ति में भी अनेकों बधाएं आने लगती है। इसके साथ ही और भी कई तरह की परेशानियां घेर लेती हैं।

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