Vastu Tips : वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व बताया गया है और वास्तु टिप्स घर में वस्तुओं को सही दिशा में रखने के बारे में समझाते हैं। दिशाओं को ध्यान में रखकर वस्तुओं को स्थापित करने से आपको नकारात्मक ऊर्जा से बचाने में मदद मिल सकती है और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकती है। इसलिए, आप अपने घर में वस्तुओं को सही दिशा में रखने के नियमों का पालन कर सकते हैं। कुछ आम दिशा-संबंधी निर्देश निम्नलिखित हो सकते हैं, जो वास्तु शास्त्र में उपयोगी माने जाते हैं:
पश्चिम दिशा में स्थापित बेडरूम शांति और आराम के लिए उपयुक्त माना जाता है।
दक्षिण दिशा में स्थापित रसोई आपके घर में धन और वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ करने में मदद कर सकती है।
उत्तर दिशा में स्थापित पूजा स्थान आपके घर में धार्मिक और मानसिक संतुलन को बढ़ा सकता है।
पूर्व दिशा में स्थापित बालकनी या सिटिंग एरिया आपके घर में सुख शांति ला सकता है.
यदि पश्चिम दिशा में किसी प्रकार का वास्तु दोष हो तो आप वास्तु दोष निवारण के लिए उपाय कर सकते हैं, जैसे कि वास्तु पुरुष मंदिर या वास्तु प्रतिष्ठा यन्त्र का उपयोग करना।
पश्चिम दिशा में किसी भी प्रकार के दोष से बचें जैसे की पश्चिम दिशा में गंदा पानी या कचरा न रखें।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा में घर के मुख्य द्वार का निर्माण न करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो सकता है।
पश्चिम दिशा में रसोई को वास्तु शास्त्र में उपयुक्त नहीं माना जाता है, और इस दिशा में रसोई स्थापित करने से आपको कई समस्याओं का सामना कर सकता है। पश्चिम दिशा में रसोई स्थापित होने से जीवन में आर्थिक परेशानी, स्वास्थ्य समस्याएं और वित्तीय समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
वास्तु शास्त्र में पश्चिम दिशा को वरुण देव और शनि देव की दिशा माना जाता है जो की आपकी आर्थिक स्थिति के संबंध में महत्वपूर्ण होते हैं। रसोई को इस दिशा में स्थापित करने से नकारात्मक ऊर्जा और आर्थिक विपरीतताएं उत्पन्न हो सकती हैं।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।