नई दिल्ली -दिल्ली में डेंगू का खतरा बढ़ता जा रहा है। अक्टूबर के महिने में ही डेंगू के 635 नए मामले दर्ज किए गए हैं। नागरिक निकाय के द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया है कि अब तक दिल्ली में कुल 572 डेंगू के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक कुल मामलों में से अकेले सितंबर के महीने में 693 मामले दर्ज किए गए थे। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको डेंगू को लेकर खास सावधानी बरतनी चाहिए आइए जानते हैं कि डेंगू के मरीज के लिए डायबिटीज के मरीज के लिए डेंगू कितना खतरा हो सकता है और उन्हें किन सावधानियों को बरतनी चाहिए।
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पुणे क्लीनिक की जनरल फिजिशियन वैशाली पाठक ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में कहा है कि डायबिटीज रोगियों को डेंगू से बचने के लिए ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि डायबिटीज के मरीज को डेंगू का खतरा ज्यादा हो सकता है। डायबिटीज में डेंगू संक्रमित होने पर रोगियों में साइटोपेनिया यानी कम प्लेटलेट काउंट का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने यह भी कहा है कि कभी डेंगू में स्टेरॉयड के प्रयोग से ब्लड शुगर लेवल में भी बढ़ोतरी होती है, जिससे उनके लिए परेशानी बढ़ सकती है। डब्ल्यूएचओ ने भी डायबिटीज रोगियों में डेंगू के खतरे का उल्लेख किया है। डेंगू में रक्त स्त्राव बुखार बीएसएफ डेंगू शॉक सिंड्रोम और गंभीर डेंगू होने का ज्यादा खतरा होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक ब्लड शुगर लेवल को ज्यादा प्रभावित करती है और डॉ पाठक का कहना है कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एडीज मच्छर के काटने से सूजन होने के कारण रोगियों का शुगर लेवल पहले से ज्यादा बढ़ जाता है। डेंगू डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देता है। डेंगू के दौरान ब्लड शुगर की नियमित रूप से जांच करवानी चाहिए नहीं तो खतरा बढ़ सकता है।