पटना: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) इस साल के अंत में होने हैं। इसको लेकर अभी से तैयारियां दिखने लगी हैं। आम बजट में बिहार के लिए खास घोषणाओं से लेकर पीएम मोदी के मॉरीशस दौरे तक बिहार चुनाव का असर देखने को मिला। मॉरीशस में पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी से की और वहां के प्रधानमंत्री को बिहार में बना मखाना भी भेंट किया। कुल मिलाकर बिहार चुनाव की गर्माहट अभी से महसूस होने लगी है। इस बीच एनडीए के एक नेता ने भी बिहार चुनाव के नतीजों का ऐलान कर दिया है। जनता दल यूनाइटेड के नेता संजय झा ने कहा है कि इस बार एनडीए साल 2010 का सीटों का रिकॉर्ड भी तोड़ देगी।
विधानसभा में 243 सीटें
जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने एक इंटरव्यू में साफ कहा कि 2010 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को 206 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार उससे भी ज्यादा सीटें मिलेंगी। आपको बता दें कि बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं। यहां बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत होती है।लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए का पलड़ा भारत गठबंधन पर भारी था। 40 विधानसभा सीटों में से एनडीए को 31 सीटें मिलीं, जबकि भारत गठबंधन को सिर्फ 9 सीटों पर सिमटना पड़ा। आरजेडी ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिर्फ 4 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 9 सीटों पर चुनाव लड़ा और तीन सीटें जीतीं।
125 सीटें मिली थीं
2020 के चुनाव में एनडीए को 125 सीटें मिली थीं। इसमें भाजपा ने 74 और जदयू ने 43 सीटें जीतीं। भाजपा से कम सीटें होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुने गए। इसके उलट महागठबंधन ने 110 सीटें जीतीं। इसमें कांग्रेस, राजद और कम्युनिस्ट पार्टियां शामिल थीं। लालू प्रसाद यादव की राजद का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद ने 75 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को सिर्फ़ 19 सीटें मिलीं। यानी पिछली बार मुकाबला काफ़ी करीबी था। लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए का पलड़ा भारत गठबंधन पर भारी था। 40 विधानसभा सीटों में से एनडीए को 31 सीटें मिलीं, जबकि भारत गठबंधन को सिर्फ 9 सीटों पर सिमटना पड़ा। आरजेडी ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिर्फ 4 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 9 सीटों पर चुनाव लड़ा और तीन सीटें जीतीं।
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