नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव भले ही चल रहा है, लेकिन महंगाई भत्ते पर चर्चा तेजी से जारी है। सरकार ने कुछ दिन पहले 4 फीसदी डीए बढ़ाकर इसे 50 फीसदी कर दिया था, जिसके बाद कर्मचारियों और पेंशनर्स के चेहरे पर काफी मुस्कुराहट देखने को मिली थी। अब चर्चा है कि सरकार आगे जो डीए बढ़ाएगी उसे जीरो से शुरू करेगी या फिर ऐसे ही जारी रहने देगी। ऐसे कई सवाल लोगों के बीच कंफ्यूजन पैदा कर रहे हैं।
इसकी वजह कि सरकार फरवरी में महंगाई भत्ते को लेकर कोई भी डेटा अपडेट नहीं किया है। वैसे सातवें वेतन आयोग के नियमों की मानें तो जब भत्ता 50 फीसदी हो जाए तो उसे बाद में जीरो से शुरू किया जाता है। 50 फीसदी तक के डीए को बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाता है, जिसका कर्मचारियों को बंपर फायदा मिलता है। वहीं, महंगाई भत्तेकी कैलकुलेशन वाला डेटा 28 मार्च को जारी होने वाला था, लेकिन सरकार ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है, जिससे संशय के बादल छाए हुए हैं।
क्या कहती है रिपोर्ट?
एआईसपीएई इंडेक्स की ताजा रिपोर्ट की मानें तो नंबर 138.9 अंक पर पहुंच गया है। इसके अलावा डीए 0.84 प्रतिशत हो चुका है। सरकार का यह आंकड़ा जनवरी 2024 महीने के लिए जारी किया गया था। लेकिन, फरवरी का डेटा अभी तक लेबर ब्यूरो की शीट से गायब है। वहीं, कुछ जानकारों की मानें तो महंगाई भत्ता 4 प्रतिशत किया जा सकता है।
इसे 54 फीसदी की दर से ही भुगतान किया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, शून्य होने की संभावनाएं बहुत ही कम नजर आ रही हैं। AICPI Index से तय होने वाला DA का स्कोर फिलहाल अपडेटेड नहीं है। ट्रेंड के हिसाब से अब डीए करीब 51 फीसदी तक पहुंच गया है। इस हिसाब से इसे बढ़ाकर अब 54 प्रतिशत करने का फैसला लिया जा सकता है। इससे सैलरी में बंपर बढ़ोतरी की जानी संभव मानी जा रही है।
सरकार ने कुछ दिन पहले ही बढ़ाया था डीए
केंद्र की मोदी सरकार की ओर से हाल ही में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के डीए में 4 फीसदी का इजाफा किया गया था। इसके बाद डीए बढ़कर 46 फीसदी से सीधे 50 प्रतिशत कर दिया गया था। इससे कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में ठीक ठाक इजाफा किया जाना तय माना जा रहा है।
बढ़े हुए डीए का फायदा करीब एक करोड़ कर्मचारियों और पेंशनर्स को हना तय माना जा रहा है। इसकी दरें एक जनवरी 2024 से प्रभावी मानी गई। अब जो डीए बढ़ाया जाएगा, उसकी दरें 1 जुलाई 2024 से लागू की जाएंगी, जो हर किसी को बड़ी मदद पहुंचाने के लिए काफी है।