नई दिल्ली- बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। बता दे की 2024 में लोकसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ने का ऐलान करने के बाद आप देश का नाम बदलने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने समर्थन दिया या विरोध किया आइए हम आपको बताते हैं
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने पक्ष और विपक्ष दोनों पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि नाम बदलने को लेकर पक्ष और विपक्ष दोनों एक साथ है। दोनों की इस पूरे मामले में मिली भगत है। लेकिन बहुजन समाज पार्टी और मैं इसका बिल्कुल समर्थन नहीं करती हूं।
उन्होंने कई पार्टीयों का गठबंधन बना इंडिया पर भी सवाल उठाया है उन्होंने कहा कि विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा मौका दिया है बोलने के लिए इसलिए भारतीय जनता पार्टी लगातार टारगेट करती है और इन दोनों की मिली भगत है।
उन्होंने कहा 2024 को ध्यान में रखकर बाकी मुद्दों से ध्यान भटका दिया गया है। जरुरी मुद्दे दरकिनार कर दिए गए है इसलिए लगातार हमारी पार्टी इन दोनों गठबंधनों से दूरियां रखती है और हमारी पार्टी दूरी बनाई हुई है। हमारी दूरी जनहित के लिए है।
उन्होंने आगे कहा कि जो राजनीति की जा रही है वह पूरी तरीके से गलत है हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट खुद इस मामले को संज्ञान मिले और सर्वोच्च न्यायालय को स्वतंत्र संज्ञान लेकर पूरे मामले पर संगठनों को प्रतिबंध कर देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस देश की गरिमा को भी काफी ठेस पहुंचेगी विपक्ष और सत्ता पक्ष द्वारा देश के नाम पर की जा रही राजनीति पूरी तरीके से गलत है। यह संविधान के साथ छेड़छाड़ करने का मौका ढूंढते रहते हैं। और इन्हें यह मौका मिल जाएगा।