नई दिल्ली- राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। हर कोई अपनी जीत का दावा कर रहा है। इसी बीच एक चौंकाने वाली चीज देखने को मिली है। जहां पर उदयपुर शहर से बीजेपी के 10 उम्मीदवारों ने दावेदारी ठोक दी है इसमें सबसे बड़ी बात है की एक ही परिवार के तीन लोगों ने दावेदारी ठोकी है अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार बीजेपी। किस पर किस्मत आएगी यह आने वाला समय बताएगा। लेकिन लिए हम आपको बताते हैं। कि आखिरकार यह 10 लोग कौन है
बता दे की एक तरफ बीजेपी और कांग्रेस में टिकट को लेकर गहमा गहमी शुरू हो गई। वहीं अगर उदयपुर की बात करें तो उदयपुर शहर से भाजपा संगठन ने अपने स्तर पर 10 दावेदारों के नाम आलाकमान को भेजा है। खास बात यह है कि दावेदारों में एक ही परिवार के तीन लोग शामिल हैं
इन 10 लोगों में एक ही परिवार से आने वाले वयोवृद् नेता ताराचंद जैन किरण जैन और जितेंद्र शास्त्री भी टिकट के दावेदार है और टिकट चाहते है।
आपको यह भी बता दे कि इन नाम में रवींद्र श्रीमाली रजनी डोंगरी दिनेश भट्ट पारस सिंघवी प्रमोद सवार अलका मुंद्रा ताराचंद जैन युधिष्ठिर कुमावत किरण जैन जितेंद्र शास्त्री और सखिया सिंह का नाम शामिल है।
सबसे बड़ी बात यह है की सूची में डूंगरपुर से आने वाले के के गुप्ता और प्रदीप श्रीमाली का नाम नहीं शामिल है। इन नाम से दो ब्राह्मण चेहरे हैं। तो 6 जैन समाज से आने वाले चेहरे और एक राजपूत नजर आ रहा है। और एक ओबीसी चेहरा भी इसमें शामिल जबकि एक दावेदार वास माहेश्वरी समाज से भी है। अब देखने वाली बात है। कि बीजेपी आखिरकार कहां अपनी ओर लगती है।
बता दे कि चुनाव से करीब 8 महीने पहले राजस्थान में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला था। यानी कि एक भाजपा नेता और उदयपुर शहर से विधायक गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल बना दिया गया था। इसके बाद उदयपुर सीट पर प्रत्याशी चैन शीघ्र नेतृत्व के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई थी। जिला अध्यक्ष रविंद्र माली बताते हैं की टिकट के लिए चेहरा कोई भी हो मगर चुनाव लड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से एकजुट होकर लड़ेगी। सभी दावेदार मिलकर घोषित प्रत्याशी को जिताने की तैयारी में जुटे हुए है।