नई दिल्ली- मायावती ने साफ कर दिया है। कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी बीएसपी सुप्रीमो इंडिया और एनडीए गठबंधन किसी में भी शामिल होने से इनकार कर दिया।
विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में बीएसपी के शामिल होने की अटकलें को मायावती ने खारिज कर दिया है। बीएसपी सुप्रीमो ने साफ कर दिया है। कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव और आने वाले विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी।
ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी कि बीएसपी इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकती है। और इसके लिए पूरी प्लानिंग भी की जा रही है। दरअसल यूपी में कांग्रेस ने दलित समुदाय से आने वाले बृजलाल खबरी को हटा दिया था। जिसकी वजह से ऐसा संदेश गया कि मायावती को कंफर्ट फील करने के लिए उनसे खबरी को हटाकर अजय राय को सौंप दी गई।
हालांकि अब मायावती ने ट्वीट कर एसपी सभी अटकलें को खारिज कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर कहा कि एनडीए और इंडिया गठबंधन अधिकतर गरीब विरोधी जाति का सांप्रदायिक पूंजीवादी नीतियों वाली परियां जिनकी नीतियों के खिलाफ BSP लगातार संघर्ष कर रही है।
1. एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियाँ हैं जिनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है और इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। अतः मीडिया से अपील-नो फेक न्यूज प्लीज़।
— Mayawati (@Mayawati) August 30, 2023
इसलिए इसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। आगे उन्होंने पार्टीयों के नेताओं को तोड़कर शामिल करने को लेकर भी बड़े दलों पर निशाना साधा और कहा कि पूर्व सीएम ने कहा कि बीएफपी विरोधियों के जुगाड़ या जोड़-तोड़ से ज्यादा समाज के टूटे और बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षिहो को आपसी भाईचारे के आधार पर जोड़कर उनके गठबंधन के साल 2007 के यूपी विधानसभा की तरह अकेले आगामी लोकसभा और चार राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ेगी।