Vande Bharat sleeper coach: वंदे भारत चेयर कार ट्रेनों की शुरुआत के बाद रेलवे अब ट्रेन के स्लीपर वैरिएंट पर काम कर रहा है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों से बेहतर सुविधाएं होंगी।
कहा जा सकता है कि ये भारतीय रेलवे नेटवर्क की प्रीमियम ट्रेनें होंगी। BEML वंदे भारत एक्सप्रेस स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप बना रही है. उम्मीद है कि इसे आने वाले महीनों में परीक्षण के लिए पेश किया जाएगा। कैसी दिखेगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन? इनमें कौन सी यात्री अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध होंगी? आइए यहां जानते हैं सबकुछ.
हमारे सहयोगी न्यूज नेटवर्क टीओआई को एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का अगला हिस्सा डिजाइन में ‘ईगल’ जैसा होगा। यानी सामने से इसका आकार नुकीला होगा। ऐसे डिज़ाइन का एक कारण घर्षण को कम करना होगा। दूसरे शब्दों में कहें तो वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का अगला हिस्सा पक्षी जैसा दिखेगा.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन प्रोटोटाइप में 16 कोच होंगे। इसमें 11 एसी 3 टियर कोच, 4 एसी 2 टियर कोच और एक एसी प्रथम श्रेणी कोच होगा। ट्रेन में कुल 823 यात्रियों की बर्थ क्षमता होगी। एसी 3 टियर में 611, एसी 2 टियर में 188 और एसी फर्स्ट में 24। यात्रियों की सुविधा के लिए वंदे भारत स्लीपर एसी 3 टियर कोच में साइड बर्थ कुशनिंग बढ़ाएगा। यह अपग्रेड राजधानी एक्सप्रेस के कम्फर्ट लेवल से भी बेहतर होगा।
सुखद माहौल देने के लिए नई ट्रेन का इंटीरियर क्रीम, पीले और लकड़ी के रंगों में होगा। ट्रेन में यात्रियों को ऊपरी और मध्य बर्थ तक आसानी से पहुंचने की सुविधा देने के लिए बेहतर डिजाइन वाली सीढ़ियां होंगी। वंदे भारत स्लीपर में सेंसर-आधारित प्रकाश व्यवस्था, ऊर्जा-कुशल ओवरहेड प्रकाश और आसान आवाजाही के लिए फर्श पर पट्टियों के साथ रात्रि प्रकाश की सुविधा है। ट्रेन का लक्ष्य आम क्षेत्रों में बेहतर रोशनी के साथ यात्री अनुभव को बेहतर बनाना है।
वंदे भारत स्लीपर एक्सप्रेस में सेंसर आधारित इंटरकम्युनिकेशन दरवाजे, शोर इन्सुलेशन के साथ स्वचालित बाहरी यात्री दरवाजे, विशेष बर्थ और शौचालय होंगे। नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। प्रोटोटाइप का परीक्षण 180 किमी प्रति घंटे की गति से किया जाएगा। ट्रेन का लक्ष्य राष्ट्रीय परिवहन के लिए लोकप्रिय रात्रि मार्ग पर यात्रा के समय को कम करना है।