नई दिल्ली: इस साल की शुरुआत से ही भारतीय टीम 2023 ओडीआई वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुट चुकी है। इस साल के शुरुआत में पहले श्रीलंका के खिलाफ और अब न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम सीरीज खेल रही है। दोनों ही एकदिवसीय श्रृंखला में भारत ने जीत हासिल कर ली है। इस जीत के बावजूद भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर इरफान पठान को एक चिंता सता रही है। उनके अनुसार अभी भी टीम इंडिया को एक क्षेत्र में काफी सुधार करने की जरूरत है । दरसल पावरप्ले के दौरान टीम इंडिया के गेंदबाज विकेट निकालने में सफल तो रहते हैं लेकिन उसके बाद निचले क्रम के बल्लेबाजों को जल्दी आउट करने में काफी समय लगा देते हैं। जिसके चलते विरोधी टीम को मैच में दोबारा से वापसी करने का भरपूर मौका मिल जाता है।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए 21 जनवरी को रायपुर में दूसरे एकदिवसीय मैच में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने मात्र 15 रनों में कीवी टीम के पांच बल्लेबाजों को पवेलियन की ओर भेज दिया था। इतनी शानदार शुरुआत मिलने के बावजूद न्यूजीलैंड टीम का स्कोर 108 रनों तक पहुंच गया। वही पहले एकदिवसीय मुकाबले में भी मेहमान टीम ने 131 रनों पर अपने 6 विकेट गंवा दिए थे इसके बावजूद बाएं हाथ के ऑलराउंडर माइकल ब्रेसवेल और मिचेल सैंटनर की 162 रनों की शानदार साझेदारी ने लगभग कीवी टीम को मैच में दोबारा से वापस ला दिया था. और एक वक्त ऐसा भी लग रहा था मैच के दौरान की ये मुकाबला भारत के हाथों से निकल गई है।
टिकने नहीं देना होगा निचले क्रम के बल्लेबाजों को ज्यादा देर तक क्रीज पर -इरफान पठान
पूर्व भारतीय दिग्गज ऑलराउंडर के मुताबिक टीम इंडिया को इस क्षेत्र में काफी सुधार करने की जरूरत है वर्ल्ड कप से पहले। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम फॉलो द ब्लूज शो के दौरान बात करते हुए कहा, ‘उन्हें सिर्फ गेंदबाजी पर ध्यान देना चाहिए। यह काफी जरूरी है कि आप किस कॉम्बिनेशन के साथ मैदान पर खेलने जा रहे हैं, किस गेंदबाज को आप मौका देना चाह रहे हैं, जो उस पिच पर बेहतरीन प्रदर्शन कर सकता है। सबसे बड़ी समस्या है कि फ्लैट पिचों पर हमारी गेंदबाजी में पैनापन काफी कम नजर आता है’।
टीम इंडिया के इस पूर्व ऑलराउंडर के मुताबिक भारतीय गेंदबाजी लाइन अप में ज्यादातर विकेट टेकर गेंदबाज होने चाहिए। इस विषय में और स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा, ‘यही चीज हम देख रहे हैं, खासतौर पर पिछले दो टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान और सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ भी हमारी गेंदबाजी में निश्चित रूप से कमी थी। अब आगे मैं व्यक्तिगत तौर पर यही देखना चाहता हूं कि हमारे पास ऐसे गेंदबाज हों, जिनके पास पेस या वेरिएशन के रूप में स्पेशल स्किल्स हों’।
आपको बता दें कि तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला भारत और न्यूजीलैंड के बीच का तीसरा मुकाबला टीम इंडिया को मध्य प्रदेश के शहर इंदौर में 24 जनवरी मंगलवार को खेलना है। शुरुआती दो मुकाबले जीतकर भारतीय टीम ने पहले ही श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। इस मैदान पर भारतीय टीम ने अभी तक एक भी वनडे मुकाबले में हार का सामना नहीं किया है।