BCCI :: बीसीसीआई को लिखी एक चिट्ठी में एनसीए ने श्रेयस को फिट करार दिया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनको लेकर तमाम बातें चल रही हैं। कुछ फैंस ने तो यहां तक कहा है कि रणजी में नहीं खेलने के लिए श्रेयस ने बहाना दिया और चोट की झूठी कहानी रची।
पिछले कुछ समय से टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ियों के रणजी ट्रॉफी में खेलने को लेकर ड्रामा जारी है। बीसीसीआई सचिव जय शाह की चेतावनी के बावजूद ईशान किशन ने रणजी से दूरी बना रखी है। वहीं, श्रेयस अय्यर को उनके खराब फॉर्म के लिए इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन मैचों से टीम से बाहर कर दिया गया था। उन्हें भी रणजी खेलने की सलाह दी गई थी। हालांकि, श्रेयस ने कमर में दर्द की वजह से रणजी से दूरी बनाई थी। अब उनकी चोट को लेकर बेंगलुरु के नेशनल क्रिकेट एकेडमी ने बड़ा चौंकाने वाला खुलासा किया है।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई को लिखी एक चिट्ठी में एनसीए ने श्रेयस को फिट करार दिया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनको लेकर तमाम बातें चल रही हैं। कुछ फैंस ने तो यहां तक कहा है कि रणजी में नहीं खेलने के लिए श्रेयस ने बहाना दिया और चोट की झूठी कहानी रची।
श्रेयस को कोई ताजा चोट नहीं
राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में खेल विज्ञान और मेडिसिन के प्रमुख नितिन पटेल ने पुष्टि की है कि श्रेयस को कोई ताजा चोट नहीं है और वह फिट हैं। मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के सूत्रों के अनुसार श्रेयस अय्यर पीठ दर्द के कारण बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्राफी क्वार्टर फाइनल मैच से दूरी बना ली है। वहीं, नितिन के अनुसार, अय्यर को कोई चोट नहीं है और शुक्रवार से शुरू होने वाले मैच के लिए चयन के लिए उपलब्ध हैं। शुक्रवार को मुंबई बड़ौदा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेलेगा।
पिछले हफ्ते बीसीसीआई सचिव जय शाह ने खिलाड़ियों को चेतावनी दी थी कि अगर केंद्रीय अनुबंधित क्रिकेटर रणजी ट्रॉफी नहीं खेलते हैं तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। विकेटकीपर ईशान किशन मानसिक थकान के कारण दक्षिण अफ्रीका दौरे को बीच में ही छोड़कर चले गए और झारखंड के लिए रणजी खेलने तक नहीं पहुंचे।
वह बड़ौदा में हार्दिक पांड्या के साथ आईपीएल की तैयारी कर रहे हैं। जय शाह ने केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को सख्त चेतावनी दी थी कि अगर वह रणजी से दूरी बनाते हैं तो चयनकर्ता कोई भी सख्त फैसला ले सकते हैं।