नई दिल्लीः रावलपिंडी में हुए इंग्लैंड और पाकिस्तानी टीम के बीच पहले टेस्ट मैच के मुकाबले में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा। जिसमें 74 रनों की शानदार जीत इंग्लैंड ने हासिल की। अंतिम पारी में पाकिस्तान को 343 रनों की जीत के लिए जरूरत थी। रावलपिंडी की डेड पिच, एक सपाट पिच पर बल्लेबाजी करना और इस टारगेट को प्राप्त करना बहुत आसान नजर आ रहा था लेकिन पाकितानी टीम से टारगेट पूरा नहीं हो सका वो 268 रनों पर ही ऑल आउट हो गई। जिसके बाद एक चौंकाने वाला बयान सामने आया यह बयान पाकिस्तानी टीम के कप्तान बाबर आजम की तरफ से दिया गया है।
पाकिस्तानी टीम के कप्तान बाबर आजम ने सोमवार को पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 74 रनों से हार के बाद कहा कि रावलपिंडी क्रिकेट मैदान के क्यूरेटर को उन्होंने सलाह दी थी लेकिन उन्हें उनके मन चाही पिच नही मिली। इंग्लैंड की टीम ने दिलावर फैसला करके अपनी दूसरी पारी समाप्त घोषित कर दी और 343 रन 100 ओवर में बनाने का लक्ष्य पाकिस्तानी टीम के सामने रखा।
लेकिन इसके बाद जब पाकिस्तानी टीम जवाब देने मैदान में उतरी तो मैच के पांचवें दिन 268 रन पर ऑलआउट हो गई। अगर बात करे मेहमान टीम की तो उनके बज्जेबाजो के लिए सपाट पिच पर रन बनाना बहुत ही सरल साबित हुआ और उन्होंने मैच के पहले दिन ही 500 से ज्यादा रन बना दिए थे। यही नहीं खेल की पहली दो पारियों में सात शतक भी लगे।
- पिच क्यूरेटर को दिया दोष
कप्तान बाबर ने मैच के बाद कहा, ‘‘पिच को तैयार करने के लिए मेरी राय ली गई और हमने साफ कर दिया था कि हम कैसी पिच चाहते हैं लेकिन चाहे वह मौसम हो या कोई अन्य कारण हमें वैसी पिच नहीं मिली जैसे हम चाहते थे। हम ऐसी पिच चाहते थे जिसमें स्पिनरों के लिए थोड़ा टर्न हो।’’ इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले इस टेस्ट मैच का पहला दिन जब से शुरू हुआ तभी से यह पिच लगातार चर्चे में बनी हुई है और साथ ही इसे लगातार दोष दिया जा रहा था। खेल के पहले दिन से ही जमकर रन जड़े जा रहे थे और शतक बनाए जा रहे थे।
- इंग्लैंड ने लिया 2005 का बदला
इससे पहले साल 2005 में इंग्लैंड ने पाकिस्तान में अंतिम बार टेस्ट मैच खेला था। जिसमें लाहौर में खेले गए इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच के मुकाबले में इंग्लैंड को 100 रन और एक पारी से हार का सामना करना पड़ा था। और पहली बार इंग्लैंड की टीम इस रावलपिंडी के मैदान में खेलते हुए इस शानदार जीत को हासिल किया और पाकिस्तान को उन्ही को सरजमीं पर हरा कर अपनी उस हार का बदला ले लिया
साथ ही यह पाकिस्तान में इंग्लैंड की तीसरी टेस्ट जीत भी है। इससे पहले उसने पाकिस्तान को कराची में साल 2000 में 6 विकेट से हराया था।