आज गुरुवार होलिकादहन से होली की शुरुआत हो चुकी है। देश भर में कल यानी शुक्रवार को रंगो का त्यौहार होली मनाया जाएगा। ऐसे में कुछ जरुरी बातें जानना जरुरी होता है। हम बात कर रहे हैं होली से जुड़ी कुछ मान्यताओं के बारे में। कहा जाता है कि अगर होली से पहले आपके घर में कुछ अनहोनी हुआ है तो आप ऐसे में होली कैसे खेलेंगे। तो आइये जानते है इससे जुड़ी बातें।
शास्त्रों में नियम
शास्त्रों में जन्म से लेकर मृत्यु तक कई नियम बताए गए हैं, जिनके अनुसार अगर घर में किसी की मृत्यु हो जाती है तो उस घर पर सूतक लग जाता है और 13 दिनों तक विशेष नियमों का पालन करना पड़ता है। इसके साथ ही जिस घर में मृत्यु होती है, वहां साल भर कोई त्योहार नहीं मनाया जाता और कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता।
नहीं मनाया जाता है होली
यदि होली के दिन किसी परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है तो उस वर्ष वहां होली का त्योहार नहीं मनाया जाएगा। लेकिन आप अगले साल से होली का त्योहार मना सकते हैं. आमतौर पर अन्य तीज-त्योहारों में यदि किसी सदस्य की मृत्यु त्यौहार के दिन हो जाती है तो वह त्यौहार अमान्य माना जाता है और वह त्यौहार हमेशा नहीं मनाया जाता है। जब उसी त्यौहार पर घर में किसी नवजात का जन्म होता है या नई दुल्हन आती है तो उस त्यौहार का जश्न फिर से शुरू हो जाता है। लेकिन होली में ऐसा नहीं है. होली को लेकर शास्त्रों में अलग-अलग नियम बताए गए हैं।
होली के दिन किसी की मृत्यु हो जाए तो क्या करें
यदि वर्ष के किसी भी दिन परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है, तो ऐसा माना जाता है कि होलिका दहन के साथ ही सभी अशुद्धियाँ जलकर राख हो जाती हैं। इसलिए होलिका दहन के बाद आप शुभ कार्य भी कर सकते हैं और होली का त्योहार भी मना सकते हैं। लेकिन यदि होली के दिन मृत्यु हो जाए तो उस वर्ष होली का त्योहार न मनाएं, क्योंकि शोक संतप्त परिवार को 13 दिनों तक सूतक नियमों का पालन करना पड़ता है।
