नई दिल्ली– महिला आरक्षण बिल को लेकर पूरे देश में कर गर्मियां तेज हो गई है। सबकी नजर चल रहे संसद के विशेष सत्र पर ही टिकी हुई है कि आखिरकार महिला आरक्षण बिल को लाने के बाद केंद्र सरकार की तरफ से क्या चीज निकल कर सामने आती हैं। और कैसे इसका चुनाव होता है। और कितने मत इसके पक्ष में होते हैं लेकिन अब यह घड़ी आ गई और महिला आरक्षण बिल लोकसभा से पास हो चुका है। नीचे खबर में पढ़िए कि कितने सांसदों ने पक्ष में मतदान किया और कितने विरोध में जानिए
और अब इसकी चर्चा केंद्र से लेकर पूरे देश में हो गई महिला आरक्षण बिल के पास होने पर अब हर तरफ खुशियां मनाई जा रही है वही आज इसकी चर्चा राज्यसभा में होगी। महिला आरक्षण बिल पर चर्चा होने के बाद हर महिला गर्व से गर्व में महसूस कर रही। के पास हो जाने के बाद लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के लिए 33% का आरक्षण दिए जाने का प्रावधान फिक्स कर दिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार आपको बता दे कि जब संसद में विशेष सत्र के दौरान महिला आरक्षण बिल को पेश किया गया। उस समय संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद मौजूद रहे। यही नहीं 20 सितंबर का दिन ऐतिहासिक दिन रहा। जब महिला आरक्षण बिल के पक्ष में 454 और विरोध में दो मत पड़े।
इसके बाद इस बिल को पास कर दिया गया। बिल पर वोटिंग के दौरान लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी मौजूदगी अहम मानी गई। वही अब गुरुवार है यानी आज यह बिल राज्यसभा में पेश किया जाएगा।
आपको बता दे की नई संसद भवन में कानून मंत्री ने मंगलवार को महिला आरक्षण बिल को पेश किया था इस विधेयक में लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं की 33% आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है।
यही नहीं सदन में कांग्रेस सपा डीएमके टीएमसी समेत सभी विपक्षी दलों ने इसका समर्थन किया। हालांकि असदुद्दीन ओवैसी ने इसका समर्थन नहीं किया और इसका विरोध किया सदन में ओवैसी समेत दो सदस्यों ने इसका विरोध किया है।