नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य आए दिन भाजपा के खिलाफ बयानबाजी करते हुए नजर आते रहते हैं। उनके बयान सुर्खियों में बने रहने के बाद कई बार विवाद के जन्म ले लेते हैं। हालांकि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों ने जादू से बीजेपी सांसद और उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य की मुश्किलें भी बढ़ती हुई। नजर आ रही है कुछ मौके पर संघमित्रा ने अपने पिता के बयानों का समर्थन करते हुए देखा गया। इन सबके बीच सोमवार को संघमित्रा मौर्य ने ऐसी तस्वीरें शेयर कि जिनके काफी मायने निकालने शुरू हो गए।
बदायूं सांसद संघमित्रा मौर्य ने अक्टूबर को भाजपा की एक बैठक की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल की इन तस्वीरों में पीएम मोदी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी दिखाई दे रहे इस तस्वीरों के साथ संघमित्रा ने लिखा की सोमवार को दिल्ली में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के 25 साल पूरे होने पर विश्वास ब्रिज कानपुर बुंदेलखंड की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और नितिन गडकरी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है।
बता दें कि सोमवार यानी 31 जुलाई को दिल्ली में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के 25 साल पूरा होने पर उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसदों की बैठक हुई इस बैठक की अहमियत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा बैठक में शामिल हुए इस बैठक में एनडीए के 45 सांसद शामिल हुए थे। इस बैठक में स्वामी प्रसाद की बेटी भी शामिल हुई थी।
दरअसल अपने पिता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी के बाद बीजेपी सांसद संघमित्र आनंद कुमार ने कहा था कि पिताजी ने रामचरितमानस को पड़ा है हालांकि मेरी इस संबंध में उनसे कोई बात नहीं हुई है। लेकिन उन्होंने अगर एक चौपाई का उदाहरण दिया है तो शायद इसलिए क्योंकि वह लाइन स्वयं भगवान राम के चरित्र के विपरीत हैं। पिताजी ने उस लाइन को संदेह की दृष्टि से देखा है और स्पष्टीकरण हमें लगता है वशीकरण होना चाहिए।
बता दे कि स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में शामिल हो जाने के बाद इस बात की भी चर्चा थी कि भाजपा संघमित्र आनंद से किनारा कर सकती है। और अगले लोकसभा चुनाव में उनका टिकट काट सकती है। हालांकि अभी संघमित्रा मौर्य भाजपा के सांसद हैं। और उन्होंने पार्टी हर गतिविधियों में शामिल होते देखा गया।