नई दिल्ली- यूपी पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी वकील विजय मिश्रा उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद की बेनामी संपत्तियों का सौदा करने में जुटा था। पुलिस सूत्रों की माने तो प्रयागराज के एक सफेदपोश नेता के जरिए बेनामी प्रॉपर्टी की डील होनी थी।
प्रयागराज के बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड के वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में नया खुलासा हुआ है। पता चला है। कि आरोपी विजय मिश्रा उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी अतीक अहमद की बेनामी संपत्तियों का सौदा करने में जुटा था।
अशरफ की पत्नी जेनब फातिमा के कहने पर विजय मिश्रा ने कुछ बेनामी संपत्तियों को बेचकर पैसे पहुंचाया था। साथ ही बीते 2 दिन से राजधानी लखनऊ में भी आरोपी वकील अतीक अहमद की बेनामी संपत्ति की डील कराने में जुटा हुआ था।
पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रयागराज के ही एक सफेदपोश नेता के जरिए बेनामी प्रॉपर्टी की डील होनी थी। पूछताछ में विजय मिश्रा ने पुलिस को कई अहम जानकारियां दी हैं।
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद वकील विजय मिश्रा लगातार फरार चल रही शाहिस्ता और जेनब के संपर्क में था। उनकी दोनों महिलाओं से मुलाकात हो रही थी। उमेश पाल हत्याकांड में यूपी एटीएस ने माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। विजय मिश्रा पर आरोप है। कि उसने उमेश की लोकेशन शूटरों को दी थी। और वह जेल के बंद अतीक के भाई अशरफ से लगातार संपर्क में था।
सूत्रों के मुताबिक विजय मिश्रा लखनऊ के एक होटल में किसी महिला के साथ रुका था। महिला के अतिरिक्त परिवार से जुड़े होने की खबर है। जिसकी पहचान की जा रही है। इसके अलावा विजय मिश्रा उस अस्पताल से आसपास ही मौजूद था। जहां अतीक और अशरफ दोनों को गोली मारी गई थी। विजय मिश्रा पर अतीक के नाम पर रंगदारी मांगने की एफ आई आर पहले से ही दर्ज हैं।