Vastu Shastra For Kitchen: हमारे जीवन में किचन का एक महत्वपूर्ण स्थान है। महिलाये किचन में सबसे ज्यादा समय व्यतीत करती हैं। वहीं किचन में बहुत सारी चीजें रखी होती है। वास्तु के अनुसार किचन में गैस चूल्हा को सही दिशा में रखना चाहिए, क्योंकि यदि आप चूल्हे को गलत दिशा में रखते हैं, तो आपकी जिंदगी पर इसका बहुत बुरा प्रभाव देखने को मिलता है। यदि किचन को वास्तु के हिसाब से नहीं बनाया गया है, तो आपको जीवन में बहुत तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रसोई की गलत दिशा घर की सुख शांति को खत्म कर देती है। आईये वास्तु शास्त्र के अनुसार जानते हैं कि घर की किस दिशा में रसोई होना चाहिए और कहां गैस चूल्हा रखना चाहिए…
घर में खाना बनाने की शुभ दिशा दक्षिण पूर्व मानी गई है। इस दिशा में गैस चूल्हा रखने से खाने में स्वाद बढ़ता है, क्योंकि दक्षिण पूर्व दिशा शुक्र ग्रह की दिशा है और शुक्र ग्रह अक्सर महिला के ऊपर प्रभावित होता है ।
वहीं इस दिशा में दिनभर सूर्य का प्रकाश रहता है। अगर उस दिशा में खुला स्थान होगा तो सूर्य की किरणें सुबह किचन में प्रवेश करेंगी और इससे न केवल काम करना आसान होगा बल्कि यह किचन में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में भी मददगार होगा। दूसरी बात यह है कि यह स्थान ना ज्यादा गर्म होता है ना एकदम ठंडा, ऐसे में चाहे सर्दी का मौसम हो या गर्मी का, यहां काम करना आसान हो जाता है। जिससे खाना बनाने में कोई कठिनाई भी नहीं होती।
इस दिशा में खाना बनाने से लोग होते है बीमार
दक्षिण दक्षिण पूर्व दिशा में बनने वाला खाना काफी गर्म और मसालेदार होता है, क्योंकि यह दिशा मंगल ग्रह की दिशा होने की वजह से काफी गर्म दशा मानी जाती है। ऐसा खाना खाने से आपकी सेहत पर काफी प्रभाव पड़ता है। आप आए दिन बीमार रहते हैं।
इस दिशा में गैस रखने से पति-पत्नी के बीच होती है दूरी
उत्तर पश्चिम दिशा में गैस रखने से मेहमान आवागमन लगा रहता है। इसी वजह से घर में कई खर्चे भी बढ़ जाते हैं और पति पत्नी के बीच मनमुटाव की स्थिति पैदा हो जाती है। जिससे उनके रिश्ते में काफी दूरी बढ़ जाती है। वहीं, समस्या का हल पीला पत्थर अगर गैस के नीचे रख दिया जाए तो उससे काफी हद तक लाभ मिलता है।
इस दिशा में गैस रखने से बिगड़ते हैं रिश्ते
उत्तर पूर्व दिशा बुद्ध की दिशा होती है। इस दिशा में धन कमाने का अच्छा संजोग बनता है। वहीं, इस दिशा में चूल्हा रखने से मानसिक अशांति बढ़ती है। निर्णय शक्ति पर भी असर होता है। छोटी-छोटी बातों में प्रतिक्रिया देने से रिश्ते बिगड़ते रहते हैं।