नई दिल्ली- कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को पहलवानों के आरोपों के बाद अब नई कानूनी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है दर्शन नेशनल ग्रीन टीजीटी ने बृजभूषण सिंह द्वारा गोंडा जिले के कुछ गांव में अवैध खनन किए जाने का दावा करने वाली याचिका पर रोक लगा दी गई। बता दूं कि इसका खंडन करते हुए बृजभूषण शरण सिंह पर कार्यवाही करने के लिए एक समिति गठित की गई है।
याचिका में आरोप लगाया गया कि केसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह जिले के तरबगंज तहसील के मदरसा सैदपुर और नवाबगंज गांव में अवैध खनन कर रहा है। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया कि हर दिन 700 से अधिक ट्रकों में लादकर लघु खनिज का अवैध परिवहन भंडारण किया जा रहा है। वहीं करीब 20 लाख रुपैया घन मीटर अरे लघु खनिज की अवैध बिक्री भी की जा रही है। क्षमता से अधिक हार से लदे ट्रकों से गंज पुल तक सड़क का नुकसान पहुंच रहा है।
न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य एथिल ने बताया कि किए गए पर्यावरण के सवाल पर खड़े किए गए। बतादे की पीठ ने बुधवार को कहा कि याचिका में किए गए दावों के मद्देनजर हम इसे उचित मानते हैं। और तथ्यात्मक की स्थिति का पता लगाने और उचित कार्यवाही के लिए जांच टीम को भेज दिया गया है।
उनके ऊपर लगे आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप फर्जी और मुझे फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। जिस तरीके से लगातार मुझ पर आरोप पर आरोप लगाए जा रहे हैं। कभी खनन तो कब छेड़छाड़ के मामलों में मुझे फंसाने का प्रयास किया जाता है। लेकिन पूरी तरीके से यह सारे मामले फर्जी हैं और मुझे फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।