नई दिल्लीः देश के पांच राज्यों में विधानसभा रणभेरी सुनाई दे रही है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा राजस्थान की है। राजस्थान विधानसभा चुनाव सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस और बीजेपी के लिए साख का सवाल बन गया है, जहां दोनों दलों के नेता एड़ी से चोटी तक जोर लगा रहे हैं।
कांग्रेस की ओर सीएम अशोक गहलोत द्वारा कराए गए विकास कार्यों पर वोट मांगे जा रहे हैं। बीजेपी राष्ट्रीय नितियों को आगे रखकर चुनाव प्रचार में जुटी है। राजस्थान में अब सबसे ज्यादा चर्चा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की भूमिका को लेकर हो रही है। बीजेपी का धड़ा वसुंधरा के खिलाफ तो एक पक्ष में है।
ऐसे में सबके मन में सवाल उठ रहा है कि बीजेपी की सरकार बनती है तो बीजेपी की ओर से सीएम की रेस में कौन आगे आएगा। क्या फिर बीजेपी वसुंधरा राजे को ही सीएम पद की कुर्सी पर बैठाएगी। खैर ये तो नतीजों के बाद ही पता चलेगा, लेकिन बीते दो दिन में वसुंधरा राजे के बयान ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है।
वसुंधरा राजे के बयान से मची हलचल
राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व को लेकर सियासी सरगर्मियां तेजी से चढ़ती जा रही हैं। वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को अपने रिटायरमेंट की बात कहकर सियासत में तूफान मचा दिया था। उनके बयान से कयास लगाए जाने लगे कि शायद राजे को पार्टी में नजरअंदजा किया जा रहा है।
नामांकन भरने के के बाद एक बार फिर वसुंधरा राजे ने ऐसा बयान दिया कि वे सुर्खियों में हैं। उन्होंने नामांकन के दौरान कहा कि वे अभी सियासत में रिटायमेंट लेने के मूड में नहीं है और वह कहीं नहीं जाने वाली हैं। लगातार दो दिन में अलग-अलग बयान से राजस्थान की सियासत में तरह-तरह की बातें तैर रही हैं। अब चर्चा यह भी है कि क्या उनके मन में अभी भी सीएम पद की रेस को लेकर बना हुआ है। क्या वे तीसरी बार भी सीएम पद के लिए दावेदारी तो नहीं जता रहीं।
नामांकन बाद वसुंधरा की गुगली
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के रिटायरमेंटी को लेकर सियासतजदा लोग कई तरह के मायने निकाल रहे थे। नामांकन बाद इस बात से पलट जाने से अब कई तरह की चर्चा तेजी से चल रही हैं। राजनीतिक पंडितों के अनुसार, वसुंधरा राजे के मन में सीएम पद को लेकर भी है। बसुंधरा राजे ने गुगली फेंकते हुए कहा कि ‘मैं कहीं कहीं नहीं जा रही हूं। अभी रिटायरमेंट लेने का कोई मूड नहीं है।