नई दिल्ली- राजस्थान में भीलवाड़ा के कोटडी क्षेत्र में एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसे भट्टी में जला देने के मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री पीड़िता के घर पहुंचे पायलट ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सातवां भी दी है।
सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस प्रकार की कोई घटना आगे ना हो इसके लिए सरकार काम कर रही अधिकारी लगाने हो या थाने खोलने हो मगर सजा दिलाना बड़ा काम है। कभी आरोपियों को पकड़ लिया जाता है और एक एफ आई आर दर्ज हो जाती हैं लेकिन फिर आरोपी छूट जाते हैं। सरकार प्रशासन और जनप्रतिनिधि सभी की जिम्मेदारी बनती है। कि आने वाले समय में ऐसी घटनाएं ना हो।
डिप्टी सीएम ने कहा कि इस बार एक विशेष बात का ध्यान रखना जरूरी कि चंद्र हफ्तों के अंदर चालान पेश होने के साथ-साथ कार्यवाही हो बच्चे के पिता आरोपियों को फांसी की सजा चाहते हैं। लेकिन सजा देना व्यापक न्यायपालिका का काम है।
राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाली के बाद पहली बार राजस्थान के बांसवाड़ा में बुधवार को उनकी रैली होगी। इस पर सचिन पायलट ने कहा कि यह महा नानी का कानून डेढ़ सौ साल पुराना इस कानून में अधिकतम सजा का प्रावधान 2 साल का है। डेढ़ सौ में से कभी किसी व्यक्ति को अधिकतम 2 साल की सजा नहीं हुई। जब से सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय लिया उसके बाद राहुल गांधी सदन में गए तब से पार्टी के लोगों में नई ऊर्जा आ गई। राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक कार्यक्रम है। पूरे प्रदेश की जनता उनका स्वागत करेगी और यह सभा ऐतिहासिक होगी।
अब देखने वाली बात होगी कि राहुल गांधी की सजा में क्या कुछ होता है। और आज की जनसभा को लेकर किस तरीके से राहुल गांधी जनता को संबोधित करते हैं। क्योंकि सदस्यता वापस आने के बाद पहली ऐसी जनसभा जो सार्वजनिक होकर मंच पर संबोधित करते हुए दिखाई देंगे।