नई दिल्ली- कांग्रेस पार्टी ने रविवार को वर्किंग कमेटी का ऐलान किया गया है। जिसमें राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को सदस्य बनाया गया। उनका नाम इसलिए ज्यादा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि जुलाई 2020 के बाद सचिन पायलट को पहली बार पार्टी में कोई पद दिया गया है। लगता है पार्टी कहीं ना कहीं पायलट को भूमिका को राजस्थान की सीमाओं के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देख रही है आगामी सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में पायलट देशभर में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करते नजर आएंगे ऐसे में विपक्षी इंडिया में भी उनकी बड़ी भूमिका हो सकती है।
गौरतलब है कि सचिन पायलट एक्यूजेस रहा है और पूरा देश भर में उनकी लोकप्रियता है ऐसे में पायलट कांग्रेस पार्टी के लिए नेशनल लेवल पर काम करेंगे माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए उन्हें या अहम जिम्मेदारी दी है ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय विपक्षी गठबंधन इंडिया में सीट शेयरिंग और चुनावी रणनीति में उनकी संभावित भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
कांग्रेस आलाकमन पायलट को कूक में शामिल करके उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर प्रोजेक्ट करना चाहते हैं। ताकि लोकसभा चुनाव में इसका फायदा पार्टी को मिल सके राजस्थान के पिछले विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पायलट की चुनावी रणनीति की है भूमिका रही थी ऐसे में हो सकता है। कि लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के साथ मिलकर कांग्रेस की जो रणनीति तैयार होगी उसमें पायलट का अहम रोल हो बताया जा रहा है। कि आगामी कुछ महीनो में पायलट को पार्टी महासचिव का पद भी दिया जा सकता है।
इसके बाद अस्तर ही लोकसभा चुनाव के समय उनकी अहम भूमिका राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों की चुनावी रणनीति में बढ़ जाएगी।
सचिन पायलट के पास 3 साल से ज्यादा समय से पार्टी में कोई पद नहीं था जुलाई 2020 में मानेसर एपिसोड के समय पायलट को डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था उसके बाद से पार्टी ने उन्हें कोई पद नहीं दिया था काफी समय से उन्हें दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनाने या राष्ट्रीय महासचिव बनाने की चर्चा चल रही थी अब पायलट को सी डी डबल ई एस का मेंबर बनाए जाने के बाद इन चर्चाओं पर विराम लग गया है।