नई दिल्ली- राजस्थान में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव अभियान तेज कर दिया इसके अलावा प्रदेश में बीजेपी एक नई कार्यकारिणी और एक रणनीति बनाने का काम करने जा रही बताया जा रहा है। कि बीजेपी प्रदेश के 5 राज्यों के 200 विधायकों को मैदान में उतार रही है। जो राजस्थान की सीधी रिपोर्ट केंद्र सरकार को देंगे।
बता दें कि विधानसभा के चुनावी महासंग्राम जीतने के लिए बीजेपी अपने तर्क अप का हर तीर इस्तेमाल कर रही यही वजह है कि बीजेपी चुनाव के लिए नए नए प्रयोग करती है। इस बार प्रदेश की विधानसभा सीटों पर चुनावी नब्ज टटोलने के लिए बीजेपी प्रदेश के 5 राज्यों के 200 विधायक को मैदान में उतारा गया है। यह विधायक क्षेत्र की पूरी रिपोर्ट तैयार कर अपनी रिपोर्ट सीधे केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे इसके बाद ही बीजेपी विधानसभा क्षेत्रों को लेकर अगली रणनीति बनाई जाएगी।
बता दे कि बीजेपी देश में चुनाव हो या अन्य कोई मौका पार्टी को नवाचार करने के लिए जानी जाती इस कड़ी के तहत बीजेपी इस महीने में प्रदेश के सभी 200 विधानसभा सीटों में दूसरे प्रदेशों के विधायकों को तैनात कर रही हरियाणा गुजरात यूपी उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के 200 विधायक राजस्थान में 1 सप्ताह तक काम करेंगे।
इस दौरान यह विधायक विधानसभा क्षेत्र की पूरी ग्राउंड रिपोर्ट के साथ वहां की समस्या पार्टी नेताओं की सक्रियता लोगों तक केंद्र सरकार की योजनाएं पहुंच रही है। या नहीं अभी तक कि भाजपा योजनाओं की स्थिति आम जन को योजना से कितना लाभ हुआ कितना योजनाओं की जानकारी है। अभी तक क्या काम हुआ है। और भाजपा की वास्तविकता स्थिति क्या है। इन तमाम बातों को लेकर विधायक अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंपेंगे।
सूत्रों का कहना है कि 1 अगस्त को हुई बीजेपी के महा घेराव पर तो पीएम मोदी खुद निगाह रख रहे हैं। ऐसे में स्पष्ट रूप से लग रहा है कि राजस्थान चुनाव को लेकर बीजेपी रोडमैप तैयार कर की यही वजह है। कि राजस्थान में भाजपा को चुनाव जीतने के लिए एक बड़ा प्लान बनाया गया है। पार्टी ने सभी 200 सीटों की सटीक रिपोर्ट लेने के लिए अपने विधायकों पर भरोसा जताया ऐसे में भाजपा आलाकमान ने हरियाणा हिमाचल प्रदेश गुजरात यूपी और उत्तराखंड के 200 विधायकों का चयन किया इस दौरान जो अपने-अपने राज्य में चुनाव जीतने में माहिर है। उनका परफॉर्मेंस बेहतर है उन्हें केंद्रीय नेतृत्व ने चयनित कर लिया आप उन्हें अगस्त माह और 11 विधानसभा सीट पर काम करना रहेगा इन्हें पूरी रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय नेतृत्व को देनी होगी।