नई दिल्ली– राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और दो महीने बाद फिर से विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसको लेकर सियासत तेज हो गई और भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लगातार पूरी ताकत होती जा रही है। वहीं कांग्रेस भी पूरी तरीके से एक्टिव नजर आ रही और हर विधानसभा क्षेत्र वाइज जनसभाओं को संबोधित किया जा रहा है। यही नहीं इस बीच ए आई एम आई एम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। और उन दो सीटों को जीतने का दावा किया है। कौन-कौन सी ऐसी सीटें हैं नीचे खबर में पढ़िए है
जानकारी के अनुसार आपको बता दे की राजस्थान में हमेशा से एक बार कांग्रेस एक बार भारतीय जनता पार्टी जीती आई 2018 के चुनाव में राजस्थान से आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में बहुजन समाज पार्टी चुनाव मैदान में थी और कई पार्टियों चुनाव मैदान में होने के बाद जीतने का दावा कर रही थी। लेकिन इस बीच ए आई एम आई एम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जीतने का दावा किया है।
उन्होंने अपनी दो सीटों पर अपने पार्टी की उम्मीदवारों की घोषणा कर दी और दोनों सीटों पर जितने का दावा किया कर रही। राजस्थान में पहली बार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इतराहालु मुस्लिम भी अपनी किस्मत आमाएगी। यहां पर जिन प्रत्याशियों की घोषणा की गई है। उनमें से पहले सीट है फतेहपुर और दूसरी है कामम सेट जहां से असदुद्दीन ओवैसी ने टिकट की घोषणा की है। और अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखते हुए प्रत्याशियों का नाम सामने किया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखते हुए कहा कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर दो सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की गई है पहली सीट पर एडवोकेट जावेद अली खान चुनाव लड़ेंगे दूसरी सीट पर इमरान नवाब ऑल इंडिया मजलिस ए इकबाल मुस्लिम के उम्मीदवार होंगे।
राजस्थान की अगर बात करें तो राजस्थान में ए आई एम आई एम के पार्टी 30 से 40 सीटों पर चुनाव लड़ सकती इसके बाद लगातार एक के बाद एक असदुद्दीन ओवैसी राजस्थान दौरे पर रहेंगे। और अपने प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अपील करने के लिए यहां पर पहुंचेंगे और भड़काऊ बयान देंगे। वह हमेशा से चर्चा में भड़काऊ बयान की वजह से रहते है।
हालांकि पब्लिक ने और विपक्षी दलों ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को भारतीय जनता पार्टी का भी टीम के रूप में जानते हैं। आखिरकार क्या चीज निकल कर सामने आती है। आने वाला समय बताएगा फिलहाल राजस्थान की राजनीति में सियासत तेज हो गई और हर कोई जीतने के लिए तैयार बैठा है।