नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं। राहुल गांधी को मानहानि केस में एक बार फिर कोर्ट से कोई राहत नहीं मिल सकी है। मोदी सरनेम में सजा होने के बाद पुनरीक्षण याचिका पर मंगलवार को सुनवाई हुई, लेकिन कोर्ट से ने अंतरिम संरक्षण देने से मना कर दिया है।
इतना ही नहीं गुजरात हाईकोर्ट ने कांग्रेस नेता की याचिका पर आदेश सुरक्षित रखा है। साथ ही दोनों पक्षों की सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट गर्मी की छुट्टी के बाद आदेश पारित करने का फैसला लेगा। अब कुछ दिन कोर्ट की छुट्टी होने जा रही हैं, जिसके बार इस मामले में कोर्ट कोई बड़ा फैसला ले सकता है।
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राहुल गांधी की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी कर रहे पैरवी
कांग्रेस के बड़े नेता राहुल गांधी मानहानि केस में अभिषेख मनुसिंघवी पैरवी कर रहे हैं। मनु सिंघवी ने कहा कि यह पहला मामला है जब मैंने देखा है कि आपराधिक मानहानि के लिए इतना सजा सुनाई गई है। इससे पहेल कोई ऐसा केस नहीं, जिसमें इतना सजा सुनाई गई। साथ ही उन्होंने कहा कि यहां मुझसे ज्यादा अनुभव वाले कई वकील हैं। मुझे संदेह है कि उन्होंने भी इस तरह की सजा के बारे में जरूर सुना होगा।
सिंघवी के मुताबिक, मानहानि मामले में कोई सबूत उपलब्ध नहीं है। यहां तक गवाह याजी का संबंध है। वे कई वर्षों से बीजेपी के सदस्य हैं। उनकी गवाही राहुल गांधी को दोषी ठहराने का एकमात्र सबूत नहीं हो सकती।
आगे सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस नेता पहले से ही संसद सत्रों, संसदीय समितियों की बैठकों से दूरी बनाकर रहे हैं। उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को नुकसान भुगतना पड़ रहा है। वे संसद में अपने इलाकों के लोगों के लिए आवाज नहीं उठा पा रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें राहुल गांधी को मोदी सरनेम मानहानि केस में 2 साल की सजा सुनाई गई है। इसके बाद राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्य भी रद्द कर दी गई। राहुल गांधी केरल की वायनाड लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे।