नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंच चुके हैं। आज वे वाराणसी में 14 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।
इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी करने की उम्मीद है। पीएम का यह दौरा बनारस के विकास में एक नया अध्याय लिखने वाला है। आइए जानते हैं पीएम मोदी के इस दौरे की मुख्य बातें और क्या बदलाव लाने वाली हैं ये परियोजनाएं।
संस्कृत का सम्मान और सामाजिक समरसता का संदेश
पीएम मोदी सबसे पहले स्वतंत्र भवन, बीएचयू में आयोजित एक कार्यक्रम में “संस्कृत संसद प्रतियोगिता” के टॉपर्स को सम्मानित करेंगे। यह कदम संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने और देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रति सम्मान को दर्शाता है।
इसके बाद वे सीर गोवर्धन स्थित संत रविदास मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। यहां वे लंगर में प्रसाद भी ग्रहण करेंगे और मंदिर परिसर में संत रविदास की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। साथ ही एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। यह कदम सामाजिक समरसता और सभी धर्मों के सम्मान का संदेश देता है।
विकास की गंगा बहाने वाली परियोजनाएं
पीएम मोदी इसके बाद बरनास डेयरी प्लांट, करखियावन का दौरा करेंगे। यहां वे लगभग 14,316 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें से 23 परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा जिनकी कुल लागत 10,972 करोड़ रुपये है। वहीं एक दर्जन से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास होगा जिनकी लागत 3,344 करोड़ रुपये है। ये परियोजनाएं वाराणसी के विकास को गति देने वाली हैं।
कुछ प्रमुख परियोजनाएं:
- राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट) परिसर, बड़ा लालपुर: यह परियोजना वाराणसी में फैशन उद्योग को बढ़ावा देगी और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेगी।
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय वृद्धावस्था केंद्र: यह केंद्र बुजुर्गों के स्वास्थ्य और कल्याण का ख्याल रखेगा।
- वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे: यह एक्सप्रेसवे यातायात को सुगम बनाएगा और पर्यटन को बढ़ावा देगा।
- वाराणसी हवाई अड्डे पर बहुस्तरीय कार पार्किंग: इससे पार्किंग की समस्या का समाधान होगा और हवाई अड्डे तक पहुंच आसान हो जाएगी।
- भेल द्वारा करखियावन में उन्नत अनुसंधान और विनिर्माण संयंत्र: यह संयंत्र रोजगार के साथ-साथ आधुनिक तकनीक को बढ़ावा देगा।
- वाराणसी मेडिकल कॉलेज: यह कॉलेज चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाएगा और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करेगा।
- संत गुरु रविदास संग्रहालय और पार्क: यह संग्रहालय और पार्क संत रविदास की विरासत को संरक्षित रखेगा और पर्यटन को बढ़ावा देगा।