नई दिल्ली। आज यानी 11 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Dwarka expressway route) ने हरियाणा दौरे के दौरान राज्य में द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway) के हिस्से का उद्घाटन किया। ये खास एक्सप्रेसवे हरियाणा में उत्तरी पेरिफेरल रोड के नाम से जाना जाता है।
ये पूरे भारत में पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे है। इसके बनने से अब आप दिल्ली से गुरुग्राम का सफर महज़ 25 मिनट में पूरा कर सकेंगे। जो लोग रोजाना ऑफिस के लिए दिल्ली से गुरुग्राम जाते हैं, अब उनके लिए सफर बहुत ही आसान हो जायेगा। अब उन्हें ट्रेवल के दौरान ज्यादा समय नहीं देना होगा।
उद्घाटन से पहले रोड शो का धूम
कार्यक्रम में उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री ने गुरुग्राम में एक रोड शो भी किया। इस कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। आइए अब इस शानदार एक्सप्रेसवे के बारे में कुछ दिलचस्प बातें आपको बताते हैं:-
एनएच-8 से सीधा जुड़ाव: द्वारका एक्सप्रेसवे की शुरुआत एनएच-8 (दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे) पर स्थित शिव-मूर्ति से होती है।
रफ्तार भरने का रास्ता: ये एक्सप्रेसवे द्वारका सेक्टर 21, गुरुग्राम बॉर्डर और बाईपास से होते हुए खिरकीदौला टोल प्लाजा के पास जाकर खत्म होता है।
तेज रफ्तार के साथ सुरक्षा: हरियाणा में दिल्ली को गुरुग्राम से जोड़ने वाले इस एक्सप्रेसवे को 9,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इस एक्सप्रेसवे में 16 लेन के एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे से जुड़ी दोनों तरफ न्यूनतम तीन लेन की सर्विस रोड भी बनाई गई हैं।
अत्याधुनिक डिजाइन: 29 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेसवे इंजीनियरिंग का एक शानदार उदाहरण है। इसमें 19 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा में है, जबकि शेष 10 किलोमीटर दिल्ली में है। एक्सप्रेसवे पर चार मल्टी-लेवल इंटरचेंज बनाए गए हैं।
साथ ही प्रमुख जंक्शनों पर टनल/अंडरपास, एट-ग्रेड रोड, एलिवेटेड फ्लाईओवर और फ्लाईओवर ओवर फ्लाईओवर का निर्माण किया गया है। गौरतल करने वाली बात ये है कि इसमें भारत की सबसे लंबी (3.6 किमी) और सबसे चौड़ी (8 लेन) शहरी सड़क सुरंग भी शामिल है.
पर्यावरण का भी ख्याल रखा गया : एक्सप्रेसवे के आसपास बड़े पैमाने पर पेड़ लगाए गए हैं। पूरे क्षेत्र में लगभग 12,000 पेड़ लगाए गए हैं।
अब गुरुग्राम जाना हुआ और भी आसान! द्वारका एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली और गुरुग्राम के बीच यात्रा का समय काफी कम हो गया है। ये न सिर्फ लोगों का समय बचाएगा बल्कि ट्रैफिक जाम की समस्या को भी कम करेगा।