नई दिल्ली- पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को अमृत योजना भारत स्टेशन योजना को वर्चुअल लांच किया है। इसके तहत देश भर में 1309 रेलवे स्टेशनों को री डिवेलप किया जाएगा। प्रोजेक्ट के पहले फेस में 508 स्टेशनों को शामिल किया गया है।
पीएम मोदी ने कहा इससे देश के सभी राज्यों को लाभ मिलेगा उत्तर प्रदेश में करीब 4500 करोड़ के खर्च से 55 अमृत स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। राजस्थान के भी 55 रेलवे स्टेशन दोबारा बनेंगे।
नार्थ रेलवे के जनरल मैनेजर शोभन चौधरी ने बताया कि अगले 30 सालों की जरूरतों को ध्यान में रखकर स्टेशनों के रे डेवलपमेंट का काम किया जाना है। इस योजना के तहत रेलवे स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में डिवेलप किया जाएगा। इस पर 24470 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे।
किस योजना के तहत अभी मध्यप्रदेश में रानी कमलापति गुजरात में गांधीनगर और कर्नाटक में विश्वेश्वराया रेलवे स्टेशन को अपग्रेड किया जाता है।
इस योजना के अंतर्गत उत्तर रेलवे के 144 स्टेशनों का री डेवलपमेंट किया जाना है पहले चरण में 71 स्टेशनों को शामिल किया जा रहा है। दिल्ली मंडल के कुल 33 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाना है। जिसमें 14 स्टेशन पहले चरण के लिए चुने गए है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सबसे ज्यादा लुधियाना स्टेशन पर 460 करोड रुपए खर्च होंगे 336 करोड रुपए से चंडीगढ़ और 371 करोड़ रुपेश कैंट दिल्ली का रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट होगा।
गाजियाबाद स्टेशन के लिए 335 करोड़ और फरीदाबाद के लिए 262 करोड रुपए आवंटित किए जाएंगे। इसी तरह जम्मू-कश्मीर में 259 करोड बाद जालंधर कैंट स्टेशन में 99 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
अमृत भारत स्टेशन योजना के मध्य प्रदेश में अतिथि हरियाणा में 40 आंध्र प्रदेश में 72 अरुणाचल प्रदेश में एक असम में 50 बिहार में 92 छत्तीसगढ़ में 32 दिल्ली के 13 गोवा के तीन गुजरात के 87 हिमाचल प्रदेश के चार झारखंड के 57 स्टेशन शामिल किए गए है।
इसके अलावा कर्नाटक में 56 केरल में 35 महाराष्ट्र में 126 सिक्किम मणिपुर मेघालय मिजोरम और नगालैंड में एक-एक उड़ीसा में 57 पंजाब के 30 राजस्थान के 83 तमिलनाडु के 75 तेलंगाना के 40 त्रिपुरा के चार चंडीगढ़ की एक जम्मू कश्मीर कर उत्तराखंड 11 और बंगाल में 98 स्टेशन शामिल है।
वही सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के 156 स्टेशनों को शामिल किया गया है।