नई दिल्ली– मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है। लेकिन अब उसे लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का टकराव देखने को मिला जिसमें कांग्रेस पार्टी की तरफ से समाजवादी पार्टी को लेकर बयान बाजी शुरू हुई जिसके बाद अब बहुजन समाज पार्टी की मध्य प्रदेश की राजनीति में एंट्री हो चुकी है।
हम आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी की कितनी वैल्यू मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर है। बहुजन समाज पार्टी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती आप मध्य प्रदेश में अपनी जमीन तलाश रही वजह ये है। की उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़ी हुई 30 ऐसी विधानसभा जहां पर बहुजन समाज पार्टी का वर्चस्व नजर आ रहा है।
यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही बड़े दल बहुजन समाज पार्टी को अपने पाले में करने का प्रयास कर रहे लेकिन इस बीच बहुजन समाज पार्टी भी पीछे नहीं वह भी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बागी नेताओं को अपने पक्ष में करने की कवायत में लगी हुई है।
हर किसी के मन में एक सवाल है कि क्या बहुजन समाज पार्टी मध्य प्रदेश में अपनी सियासत तलाश पाएगी क्या मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी का वर्चस्व की कोई भूमिका रहेगी इसको लेकर तीन दर्जन सिम सामने निकल कर आ रहे है।जिसमें उत्तर प्रदेश के सीमा से टच होने की बात कही जा रही है।
अगर बात 2008 की विधानसभा और 2013 की विधानसभा की करें तो 2008 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को मध्य प्रदेश में 9% वोट मिला था।
वही 2013 में बहुजन समाज पार्टी के पक्ष में 6% मतदान हुआ था वही 2018 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का प्रतिशत गिरकर पांच हो गया था। गिरने के बाद यहां पर कांग्रेस की बढ़ोतरी देखने को मिली थी। क्योंकि मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में लहर थी। और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी।