नई दिल्लीः मराठा आरक्षण की मांग अब हिंसा का रूप लेती जा रही है, जिससे प्रदेश में हालात बदतर होते जा रहे हैं। अब तो स्थितित इतनी बिगड़ चुकी है कि प्रदर्शनकारी गाड़ियों को भी आगे के हवाले कर रहे हैं, जिससे जगह-जगह हालात बिल्कुल बेकाबू हैं।
मराठा आंदोलनकारियों की उग्र भीड़ लगातार सरकारी संपत्ति को आग के हवाले कर नुकसान पहुंचा रहे हैं। सोमवार को दिनभर मराठा आंदोलन की चिंगारी में कई इलाके सुलगते रहे। हद तो तब हो गई, जबकि गुस्साए लोगों ने बीड जिले के माजलगांव में एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके का घर आग के हवाले कर दिया।
इतना ही नहीं इस घरम में खड़े करीब 10 वाहन भी जलकर खाक हो गए। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने जब विधायक के आवास को आग के हवाले किया तब पुलिसकर्मी भी तैनात थे। प्रदर्शनकारियों की संख्या इतनी अधिक थी कि बरसते पत्थरों का सामना पुलिस वाले नहीं कर पाए।
आवास जलकर हुआ राख तो विधायक नहीं कही बड़ी बात
उग्र प्रदर्शनकारियों ने विधायक प्रकाश सोलंके का घर जलकर खाक हो गया, जिसके बाद उनका बयान सामने आया है। सोलंके ने कहा कि जिस समय हमला हुआ वह अपने बीड वाले घर के अंदर मौजूद थे। इसके साथ ही हमले में मेरे परिवार या स्टाफ का कोई भी सदस्य घायल नहीं हुआ। आगे उन्होंने बताया कि हम सभी लोग सही सलामत हैं। इस घटना से संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है।
टायर जलाकर आरक्षण की मांग करते प्रदर्शनकारी
महाराष्ट्र के कई हिस्सों में इन दिनों मराठा आरक्षण के बीच हिंसा की चपेट में है। यहां प्रदर्शनकारी लगातार नेताओं और सरकारी संपत्ति को निशाना बनाकर आगजनी और तोड़फोड़ कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की भीड़ इतनी अधिक है कि पुलिस भी काबू करने में नाकाम होती दिख रही है।
इसके सात ही घटनाओं को देखते हुए सोलापुर बस डिपो ने मराठवाड़ा रीजन में जानेवाली सभी बसों और यात्राओं को स्थिगत करने का फैसला लिया गया। वहीं, मराठा आरक्षण का विरोध करने पर महाराष्ट्र के धुले में भाजपा नेता रामदास कदम, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की प्रतिमाओं पर जूते मार खिलाफत में नारेबाजी की।
गुस्साए मराठा आंदोलनकारियों ने नारेबाजी भी की। इसके साथ ही परभणी जिले में मानोली के पास तहसीलदार की गाड़ी पर मराठा आंदोलनकारियों ने खूब पथराव किया। साथ ही उनकी गाड़ी को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा।