नई दिल्ली- मणिपुर में हुई महिला के साथ हिंसा को लेकर राजस्थान महिला आयोग ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है। राजस्थान महिला आयोग की चेयरमैन रेहाना रयाज ने राष्ट्रपति से मांग की। कि इस तरीके की घटनाओं पर तुरंत प्रभाव से कार्यवाही होनी चाहिए। और इस तरीके की घटनाएं दोबारा ना हो इस पर विचार किया जाना चाहिए।
इसे लेकर राजस्थान महिला आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा मणिपुर के घटना सभी के लिए चाहे पुरुष हो या महिला बहुत दर्दनाक और शर्मिंदगी से भरी हुई थी। इंसानियत के नीचे लोग कैसे गिर जाते या मणिपुर में दिखाया गया है। यहां तक दिखाया है। जब देश में ऐसा स्लोगन चल रहा है कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ ऐसे अगर बेटियों को ऐसे बचाना है। तो बेटियों को पैदा होने से अब तो सोने लगेगा कि हम पैदा ही क्यों हुए दुनिया भर में हमें बहुत शर्मिंदगी महसूस करनी पड़ रही है। पूरी दुनिया इस चीज पर हमें क्रिटिसाइज कर रही है।
यह घटना मई के महीने में हुई थी। बहुत बाद में जाकर एफ आई आर दर्ज होती और कोई कार्यवाही नहीं होती चीफ मिनिस्टर से पूछा जाता है। तो वह कहते हैं। कि यहां तो ऐसे सैकड़ों मामले इसका मतलब मणिपुर जैसे प्रदेश में कोई भी महिला सुरक्षित नहीं है। आज एक जो बिरादरी की महिला के साथ हुआ तो वह हो सकता है। कि अगले दिन और बिरादरी की महिलाओं के साथ हो जो बाहुबली हैं। उनकी सारी ताकत महिलाओं को कुचलने में है। फोन को गिराने में है। उनको शर्मिंदा करने में है। जिससे उनको शायद कोई सेटिस्फेक्शन मिलता है दो महिलाओं के साथ इतने सारे लोग क्या ताकत दिखा रहे थे। देश इस चीज के लिए तैयार नहीं हम 21वीं सदी से गुजर रहे है। हमारा देश में आज भी आदिमानव की तरह इस तरीके की हरकत को बर्दाश्त करना पड़ रहा है। औरत देख ट्रॉफी बनकर रह गई ट्रॉफी की तरह उसका इस्तेमाल होता है। ऐसे हरकतें हमें शर्मिंदा करती हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त करने के लायक नहीं है।
इसे लेकर हमने महामहिम राष्ट्रपति जी को एक पत्र लिखकर कहा है। जो इस देश के प्रथम नागरिक हैं और महिला है। महिला के दर्द को बहुत अच्छी तरीके से समझ सकती है। हमने उन को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया कि महामहिम राष्ट्रपति जी आप इस पर सख्त कार्यवाही कर कठोर कदम उठाएं।