नाई दिल्ली- तृणमूल कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। इन उम्मीदवारों के जरिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के सियासी बिसात बिछा दी है।
बता दे कि पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की 7 सीटों के लिए तृणमूल कांग्रेस ने 6 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इनमें तीन पुराने और तीन नए चेहरे है। डेरेक ओ ब्रायन डोला सेन और शखुंदू शेखर राय वर्तमान में राज्यसभा सांसद है। तो आरटीआई कार्यकर्ता और टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सकेत गोखले उत्तर बंगाल में पार्टी के आदिवासी चेहरे में से एक प्रकाशित एक और मुस्लिम प्रोफेसर समीर उल इस्लाम को पहली बार उम्मीदवार बनाया है।
राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवारों के चयन से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अपनी विशाल बिछा दी है। राज्यसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों के चयन में न केवल बंगाल की सियासी समीकरण को ध्यान में रखा गया है। बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के गणित को भी ध्यान में रखा गया है।
टीएमसी ने इन उम्मीदवारों के जरिए एक और राज्य के सोशल इंजीनियरिंग को साधने की कोशिश की है। तो दूसरी और राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के खिलाफ बन रहे। विपक्षी संगठन में तृणमूल कांग्रेस अपनी उपस्थिति और भागीदारी को सुनिश्चित करने वाले और दूसरी पार्टी के साथ अच्छे संपर्क रखने वाले सीपह कलाकारों को चुन रही है।
तृणमूल कांग्रेस ने जिन प्रत्याशियों को राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है। इनमें से एक प्रत्याशी राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता है। और शेखर राय उप नेता है। यह दोनों ही नेता दिल्ली की राजनीति में तृणमूल कांग्रेस का चेहरा है। और विपक्षी पार्टियों के साथ में उनके अच्छे संबंध भी बताए जा रहे हैं।
लेकिन वर्तमान में वह कांग्रेस के साथ तृणमूल कांग्रेस के रिश्ते सुधारने में अपनी मास्टरी दिखा रहे वही सुकून दो शेखर राय पार्टी के मुखपत्र जागो बंगला के संपादक हैं और टीएमसी की राजनीति में तोड़फोड़ से अच्छे खिलाड़ी भी माने जाते हैं।
वर्तमान राज्यसभा सांसद डोला सेन श्रमिक नेता हैं। और उनकी जुझारू नेता की छवि है नक्सल आंदोलन से जुड़ी रही डोला सेन दिल्ली में पार्टी की महिला चेहरा भी किसान आंदोलन हो या फिर प्रयागराज सामूहिक रेप कांड डोला सेन सीएनसी के प्रति मंडल में शामिल रहती हैं। और ममता बनर्जी की आवाज को बुलंद के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पेश करती है।