नई दिल्ली- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में एक बड़ी बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि 2024 के चुनाव को लेकर इसमें बड़ी बैठक की जा सकती है। यही नहीं मध्य प्रदेश के चुनाव को लेकर भी अहम बैठक यह मानी जा रही है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच टकराव के बाद यह पहली बैठक बताई जा रही जिसमें सपा अध्यक्ष के साथ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष नेताओं का जमावड़ा लगेगा।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच काफी जुबान बड़ी लेकिन ना पूरा मामला शांत होता नजर आ रहा है। क्योंकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पूरी तरीके से पूरे मामले में नरम पड़ गए है। वहीं कांग्रेस की तरफ से भी बयान बाजी करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने मना कर दिया है।
2024 में लोकसभा का चुनाव लेकिन उससे पहले ही उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हर संभव प्रयास कर रहे हैं उन्होंने पूरे 80 लोकसभा सीटों पर जितने का दावा किया है माना जा रहा है। कि आज की बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों के प्रत्याशियों पर मंथन हो सकता है। इस चीज को लेकर बड़ी चर्चा तेज हो गई है अब देखने वाली बात यह होगी किस तरीके से आज के होने वाली बैठक में क्या कुछ निकाल कर सामने आता और किस तरीके की चीज तय होती है।
बताया जा रहा है यह बैठक दोपहर 12:00 से शुरू होगी अभी हाल ही में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद सभी पार्टियों पूरी ताकत से चुनावी मैदान में है। वही मध्य प्रदेश के अगर बात करें तो मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी की तरफ से भी उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया गया है। कांग्रेस ने भी अपने सभी उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है।
आज की बैठक में अहम रोल मध्य प्रदेश राज्य माना जा रहा है। क्योंकि सबसे पहले 17 नवंबर को मतदान मध्य प्रदेश में होना है इसकी सियासत के बीच कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच जो मनमुटाव है। उसको शांत करने के लिए उसको खत्म करने के लिए बैठक में भी चर्चा की जा सकती है।
बताया जा रहा है कि काफी दिनों से इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों में आपस में काफी मतभेद देखने को मिला था समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच की उम्मीदवारों के ऐलान के बाद बयान बाजी का दौर शुरू हुआ। जिसमें अखिलेश यादव ने कांग्रेस को धोखेबाज बताया था यह भी कहा था कि उत्तर प्रदेश में एक भी सीट कांग्रेस को नहीं दी जाएगी। अब देखने वाली बात होगी किस तरीके से गठबंधन को लेकर बात होती है।और क्या चीज निकल कर बैठक में सामने आती है। इस पर लगातार नजर बनी रहेगी। लेकिन आज की बैठक काफी यह मानी जा रही क्योंकि 2024 का चुनाव और 80 लोकसभा पर उम्मीदवारों का चयन और उसे पर भी चर्चा के अनुमान लगाया जा रहे हैं।