13 फरवरी को किसानों के दिल्ली कूच के ऐलान के बाद से ही प्रशासन अलर्ट मोड में चल रहा है. आज आंदोलन के दूसरे दिन शंभू बॉर्डर पर तनाव का माहौल देखने को मिल रहा है. किसान फिर से दिल्ली में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन के चलते भारी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है. इस बीच सुरक्षा के चलते और अफवाहों को रोकने के लिए हरियाणा राज्य के कई जिलों में 15 फरवरी तक एसएमएस और इंटरनेट सुविधाएं बंद कर दी गई हैं.
इन जिलों में 15 फरवरी तक इंटरनेट सुविधाएं बंद
किसान आंदोलन के कारण किसी भी अप्रिय घटना से बचने और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरियाणा राज्य में केवल फतेहाबाद, सिरसा, कैथल, कुरूक्षेत्र, अंबाला जिंद हिसार जिलों में वॉयस कॉलिंग सुविधा जारी रहेगी. इंटरनेट और एसएमएस सुविधा पर रोक जारी है. यह प्रतिबंध 15 फरवरी तक लागू रहेगा. क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर दी जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस और सभी डोंगल सेवाएं आदि 15 फरवरी तक निलंबित रहेंगी.
आर-पार के मूड में किसान
पंजाब के शंभू बॉर्डर पर करीब 2500 ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ पहुंच गए हैं. जिसमें किसान अपने साथ 6 महीने का राशन भी लेकर आए हैं. एक लंबे संघर्ष की तैयारी पूरी करके आये हैं. इस बार भी इस आंदोलन की तैयारी किसानों द्वारा पिछले दो महीने से की जा रही थी. फिलहाल उनके पास कम से कम 6 महीने के राशन की व्यवस्था है.
बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश
13 फरवरी को रात 2 बजे एक एसयूवी ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की, जिसे पुलिस की कड़ी निगरानी के कारण समय रहते रोक लिया गया. इस कोशिश को हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर नाकाम कर दिया. जिसमें आंदोलन को भड़काने की कोशिश भी की जा सकती है. इसके लिए पुलिस की निगरानी जारी है. ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. 13 फरवरी को झड़प के दौरान पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे.