नई दिल्लीः राजकोट के गेमिंग जोन में आग लगने की बड़ी वजह सामने आई, जिसके बाद प्रशासन की तरफ से बड़ी कार्रवाई की गई। राजकोट पुलिस ने गेमिंग जोन के मालिक, मैनेजर सहित तीन को गिरफ्तार कर लिया है। मतृकों की संख्या अभी तक 27 पहुंच गई है, जिसमें 9 बच्चे शामिल हैं। मरने वालों की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है। आग कैसे लगी अभी इसके पुख्ता साक्ष्य नहीं मिले हैं। भयंकर अग्निकांड से हर कोई शोक जता रहा है।
देश की राष्ट्रपति द्रपदी मुर्मु, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अग्निकांड पर दुख जताया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित तमाम राजनीतिक हस्तियों ने दुख प्रकट किया। दूसरी तरफ राज्य सरकार ने भी मृतकों के प्रति दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। वहीं, पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन भी किया गया है। इसकी जिम्मेदारी आईपीएस अधिकारी सभाष त्रिवेदी को दी गई।
मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार देगी इतने लाख रुपये
राजकोट के गेमिंग जोन में आग ने ऐसी तबाही मचाई कि अब तक 27 लोग मौत के गाल में समां गए, जहां हर तरफ चित्कार मची है। हर कोई अपने को देखकर सीना पीटपीटकर रो रहा है। आंसुओं के बहते सैलाब के बीच राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का ऐलान कर दिया।
राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के परिवार वाले को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 रुपये की सहायता दी जाएगी। इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब साढ़े चार बजे गेमिंग एक्टिविटी के लिए बनाए गए फाइबर डोम में अचानक आग भड़क गई थी। इस मामले में पुलिस ने लापरवाही के लिए टीआरपी गेमिंग जोन का मालिक युवराज सिंह सोलंकी है और नितिन जैन मैनेजर सहित तीन को गिरफ्तार कर लिया है।
एसआईटी करेगी अग्निकांड की जांच
राजकोट के अग्निकांड मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने जांच के लिए एसआईटी की टीम का गठन कर दिया है। 5 अधिकारियों की एसआईटी टीम गठित की गई है, जिसकी निगरानी आईपीएस अफसर सुभाष त्रिवेदी करेंगे।
गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल ने X पर पोस्ट में कहा कि, राजकोट में गेम जोन में आग लगने की घटना में शहर प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य करने का निर्देश दिया गया है। जानकाीर के अनुसार, भीषण आग के कारण ढह गया स्ट्रक्चर। ढांचे में दबे लोग निकल बाहर नहीं निकल सके। हालांकि, कई लोगों को निकालकर जान बचाई जा सकी।