नई दिल्लीः भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग करे वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री आए दिन चर्चा का विषय बने रहते हैं, जो अपने लोगों का दिल जीत लेते हैं। अब उनका कार्यक्रम पश्चिम निमाड़ में चल रहा है, जहां उन्हें देखने के लिए भक्त बड़ी संख्या में उमड़ रहे हैं। इतना ही नहीं बीते दिन हुए प्रोग्राम में लगातार हो रही बारिश में भी भक्त लगातार डटे रहे और बाबा के वचन सुन तालियां बजाते दिखे।
तेज बारिश के चलते उनका कार्यक्रम बीते दिन देरी से शुरू हुआ, जिसके बाद भी बड़ी सख्या में श्रद्धालु नजर आए। बाबा धीरेंद्र शास्त्री द्वारा ली गई अर्जियां और भक्तों की कतार ने हर किसी का दिल जीत लिया। बाबा ने एक बार फिर सबकुछ ठीक बताया। इतना ही नहीं एक भक्त पर कर्ज की बात बताकर सबका दिल छू लिया। इतना ही नहीं एक व्यक्ति को आंखों के इलाज के बारे में बताते हुए बड़ी सौगात भी दिलाने का काम किया, जिसे जानने के लिए आपको हमारा आर्टिकल नीचे तक पढ़ना होगा।
जानिए क्यों देरी से शुरू हुआ कार्यक्रम
पश्चिम निमाड़ में बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री का कार्यक्रम शुक्रवार शाम 5 बजे शुरू होना था, लेकिन आसमान से होती बारिश और गरजते बादलों के बीच देरी हुई। प्रोग्राम रात करीब 11 बजे शुरू हो सका, जिसके बाद बाद भी बड़ी संख्या में भक्त डटे रहे। बाबार ने देर रात डेढ़ बजे तक अपने वचनों से श्रद्धालुओं को अच्छे कर्म और न्याय के रास्ते पर चलने का रास्ता दिखाया।
इसके सात ही उन्होंने करीब 8-10 लोगों की अर्जियां भी ली। इसके बाद बाबा लोगों का नाम लेकर बुलाते गए और लोग आते गए बाबा ने लोगों के बारे में पर्चियों में में जो लिखा था, लोगों ने बताया कि हां मन में यही सोचा था।
कुछ देर बाद धीरेंद्र शास्त्री ने सांसद गजेंद्र पटेल से कहा कि आप भीड़ में से किसी भी एक व्यक्ति को ले आओ। उसकी पर्ची में पहले ही बनाकर रखूंगा। इसके बाद सांसद एक बुजुर्ग महिला और उसके नेत्रहीन लड़के को लेकर मंच पर पहुंच गए।
इसके साथ ही धीरेंद्र शास्त्री बाबा ने उन्हें बीमारी के बारे में बताया और यह भी कहा कि चेन्नई के शिव नेत्र अस्पताल में युवक का इलाज हो पाएगा। महिला ने इलाज के लिए पैसे नहीं होने की बात कही। इसेक बाद बाबा ने सांसद और प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल से महिला को जेब में रखे नगद पैसे देने के लिए कहा। दोनों को मिला के आने-जाने और इलाज के पैसे देने की बात कही। इसके साथ ही खूब तालियां की गड़गड़ाहट ने सबका दिल जीत लिया।