नई दिल्ली– भारत और कनाडा के संबंधों में दरार पड़ती हुई नजर आ रही अब हर किसी के मन में एक सवाल है। आखिरकार भारत और कनाडा की दोस्ती अगर टूटी तो इसका असर क्या होगा। खालिस्तानियों आतंकवादियों और अलगावादियो का असर भारत और कनाडा की दोस्ती में पड़ता हुआ नजर आ रहा है। आखिरकार भारत और कनाडा के बीच चल रहे व्यापार में क्या इसका कुछ असर पड़ने वाला है। नीचे खबर में जानिए
जानकारी के लिए आपको बता दे की कनाडा के प्रधानमंत्री लगातार खालिस्तानी आतंकी की हत्या के आरोप में भारत की शामिल होने की बात कह रहे हैं। जिसके चलते लगातार कनाडा और भारत के रिश्तों में दरार पढ़ते हुए नजर आ रही है। पूरा मामला बताया जा रहा है कि अलगावादिय हरदीप सिंह की हत्या का है। इस पुरे मामले ने पूरी तरह से भारत और कनाडा के रिश्ते को बदल कर रख दिया। दोनों देशों के रिश्तों में तनाव अब चरम पर बढ़ता जा रहा है।
G20 शिखर सम्मेलन में भारत और कनाडा के प्रधानमंत्री दोनों की तस्वीर एक साथ सामने आई थी। भले ही कनाडा के प्रधानमंत्री का रुख रूप दिखाई दिया था। लेकिन जिस तरीके से सम्मेलन में शामिल होने के बाद अपने मुल्क कनाडा पहुंचे प्रधानमंत्री। उसके बाद भारत पर गंभीर आरोप लगाए इससे भारतीय प्रधानमंत्री ने कनाडा में से बड़का वीडियो आंदोलन और भारतीय राज नायकों के खिलाफ हिंसा को उखसाने वाली घटनाओं को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री से नाराजगी भी जताई थी। जिसके बाद कनाडा के प्रधानमंत्री का कहना था कि भारत की घरेलू राजनीति में दखल नहीं देना चाहिए। और भारत कनाडा की घरेलू राजनीति में दखल दे रहा है।
यही नहीं हम आपको बता दे की कनाडा के प्रधानमंत्री को जब अपने देश वापस जाना था। तो उनका अभियान अचानक 10 तारीख को खराब हो गया जिसके बाद जब तक उनका विमान दो दिनों तक नहीं बना। तब तक कनाडा के प्रधानमंत्री भारत में ही रुक रहे। और उन्हें रुकना ही पड़ा लेकिन जैसे ही वह अपने देश पहुंचे वहां से खबर आनी शुरू हो गई। कनाडा ने भारत के साथ ट्रेंड मिशन को रोक दिया है।